
बिलासपुर का यह ब्रिज बन रहा सुसाइड पॉइंट, अब तक 6 से ज्यादा युवाओं ने दी जान, दहशत में आए लोग...
बिलासपुर। CG News: उसलापुर ओवर ब्रिज के नीचे बिछा रेलवे ट्रैक सुसाइड पॉइंट बनता जा रहा है। पिछले कुछ महीने में बहुत लोगों ने यहां सुसाइड कर ली है। यहां सुसाइड करने के पीछे का कारण पुलिस अभी तक स्पष्ट नहीं कर पाई है। उसलापुर ओवर ब्रिज के पास रहने वालों की मानें तो ट्रैक तक आसानी से पहुंच, स्टेशन के नजदीक व सूनसान इलाका होने की वजह से लोग यहां पहुंच कर आत्मघाती कदम उठा ले रहे हैं। इससे बचने कुछ लोग इस जगह को घेर देने की बात कह रहे, तो कुछ यहां आरपीएफ की ड्यूटी लगाने की बात कर रहे हैं।
उसलापुर रेलवे स्टेशन व शहर के बीच स्थित उसलापुर ओवर ब्रिज के नीचे का हिस्सा सुसाइड पाइंट बनता जा रहा है। पिछले कुछ महीने के दौरान आधा दर्जन लोगों ने ट्रैक पर लेट कर आत्महत्या कर ली। लिहाजा उसलापुर के नीचे का हिस्सा हमेशा सुसाइड करनें वालो की वजह से चर्चा में बना हुआ है।
लोगों की मानें तो सुसाइड के अलावा ट्रैक पार बस्ती होने की वजह से कई लोग ट्रैक पार करने के दौरान भी दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। लगातार हो रहे सुसाइड व दुर्घटना की रोकथाम के लिए आरपीएफ के जवानों की ड्यूटी ट्रैक किनारे लगाने की लगातार मांग उठने लगी है।
उसलापुर रेलवे ब्रिज के पास हुई दुर्घटना व सुसाइड को लेकर जीआपी के साथ ही सकरी पुलिस ने कई मामले दर्ज किए हैं। रेलवे अधिकारियों की मानें तो सुसाइड के मामले जिन क्षेत्र में ज्यादा आते है ं, उस क्षेत्र में विभाग अपने स्तर पर संज्ञान लेकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए लगतार प्रयास किया जा रहा है। आगे और सतर्कता बरती जाएगी। लोगों को भी जागरूक किया जाएगा।
उसलापुर रेलवे स्टेशन से लेकर ओवर ब्रिज के बीच में तीन सुसाइड के मामले जीआरपी ने दर्ज किए हैं। इनमें दो मामले रन ओवर के थे, वहीं एक मामला जहर सेवन कर ट्रैक के पास लेट कर आत्महत्या करने का था। तीनों ही मामलों में परिजनों का बयान दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
क्या कहना है लोगों का इसपर...
स्थानीय निवासी पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि उसलापुर ओवर ब्रिज स्टेशन व मुख्य मार्ग से नजदीक है। ट्रैक के पास बस्ती होने की वजह से यह पता ही नहीं चलता है कि कौन किस मंशा से यहां पहुंचा है। ट्रेन आने के दौरान अचानक लोग ट्रैक पर लेट कर सुसाइड कर लेते हैं। जब तक कोई कुछ समझ पाए दुर्घटना हो चुकी होती है। संवेदनशील एरिया होने के कारण यहां आरपीएफ की ड्यूटी लगानी चाहिए। इससे दुर्घटना को रोकने में मदद मिल सकती है।
स्थानीय निवासी अभिषेक कुजूर ने बताया कि उसलापुर ओवर ब्रिज के नीचे वह अक्सर आकर रुकते है। सुसाइड के मामले में कहां कि यहां पर दिन भर चहल पहल बनी रहती है वही रेलवे ट्रैक से भी लोग गुजरते है। कौन कब ट्रैक के सामने कूद जाए पता नहीं चलता। ऐसी घटना को रोकने रेलवे को यह मार्ग ब्लाक करना चाहिए। क्योंकि सिर्फ सुसाइड ही नहीं बल्कि बस्ती जाने वाले भी अक्सर दुर्घटना का शिकार हो जाते है।
बिलासपुर मंडल, सीनियर डीसीएम, विकास कुमार कश्यप ने कहा-
रेलवे ट्रैक पर होने वाली दुर्घटनाओं से डी-रेल होने की आशंका भी बनी रहती है। रन ओवर की घटना बार-बार सामने आने से इसे रोकने प्रयार किए जा रहे हैं। समय-समय पर निरीक्षण कराने के साथ ही सुरक्षात्म उपाय भी किए जा रहे हैं।
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केस 1. शुक्रवार सुबह पेंडारी निवासी दिनेश यादव ने अज्ञात कारणों के चलते उसलापुर ओवर ब्रिज के नीचे आकर सुसाइड कर लिया। सुसाइड किन कारणों से किया इस सवाल का जवाब सकरी पुलिस तलाश रही है।
केस 2. कोतमा निवासी एसईसीएल कर्मी की पत्नी सुस्मिता सिंह पति आशीष सिंह ने ओवर ब्रिज के नीचे पहुंच कर आत्महत्या कर ली थी। मामले की जांच जीआरपी ने की थी। जांच के दौरान पता चला कि सुस्मिता के 5 साल के बच्चे की उपचार के दौरान अपोलो हॉस्पिटल में मौत हो गई थी। सदमें में सुस्मिता ने यहीं आत्महत्या कर ली।
केस 3. घर से सब्जी लेने की बात कह निकले शादी घर संचालक भूपेंद्र पिता हूबलाल पांडेय (45) का शव उसलापुर ओवर ब्रिज के पास रेलवे ट्रैक पर मिला था। भूपेंद्र पांडेय उसलापुर ओवर ब्रिज के पास कैसे पहुंचे इसकी जानकारी परिजनों ने न होने की बात जीआरपी को बताई थी।
Published on:
29 Oct 2023 12:45 pm
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