जानकारी के अनुसार, सिरगिट्टी के नजरलाल पारा निवासी दिलहरण यादव(55) ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के बिलासपुर डिवीजन में कार्यालय सहायक थे। उनके बेटे सुनील और पत्नी ने 30 सितंबर को उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इस दौरान दोनों ने सीने में दर्द और गिरने से चोट आना बताया। इस दौरान डाक्टरों ने दिलहरण को मृत घोषित कर दिया और शव को स्वजनों के हवाले कर दिया। इसके बाद स्वजन उनके अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान भनक लगने पर किसी ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव कब्जे में लेकर पीएम कराया।
पत्नी पूनम से पूछताछ
जांच-पड़ताल के दौरान जिला अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा सिर में चोट लगने से मौत की जानकारी दी गई। इस पर पुलिस ने डाक्टरों से क्यूरी रिपोर्ट मांगी। इसमें सिर में चोट लगने की बात कही गई। पुलिस ने सुनील की पत्नी पूनम से पूछताछ की। मृतक की पत्नी पूनम ने बताया कि 30 सितंबर को दिलहरण ने अपने छोटे बेटे रोशन से शराब मंगाई। पिता-पुत्र ने साथ में शराब का सेवन किया। तभी दिलहरण का अपनी पत्नी रामायण बाई से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इस पर रामायण बाई ने अपने पति और बेटे को कमरे में बंद कर दिया और बाहर से सिटकिनी लगा दी।
मां ने भी छुपाया साक्ष्य
कुछ समय पश्चात रोशन दरवाजा तोड़कर बाहर निकला। उसने अपनी भाभी को बताया कि उसने अपने पिता की हत्या कर दी है। इसके बाद उसने अपनी मां को भी इस संबंध में बताया। फिर रामायण बाई ने अपने बड़े बेटे को बुलाया और दिलहरण के सीने में दर्द की बात कही। ऐसे में बड़ा बेटा सुनील तत्काल मां के साथ मिलकर पिता को लेकर अस्पताल गया। अस्पताल में डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अब मामले का खुलासा होने के बाद महिला के बयान के आधार पर पुलिस ने बेटे रोशन और मां रामायण बाई के खिलाफ हत्या और साक्ष्य छुपाने का मामला दर्ज किया है।