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Tulsi vivah 2023: इस साल भी गन्नों के दाम महंगे, जानिए कितने रूपयों से है शुरुआत

Tulsi vivah 2023: शहर के एकमात्र गन्ने की खेती वाले क्षेत्र रानीगांव में इस बार गन्ने की खेती का रकबा 1 हेक्टेयर घट गया है।

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Tulsi vivah 2023: इस साल भी गन्नों के दाम महंगे, जानिए इतने रूपयों से है शुरुआत

Tulsi vivah 2023: इस साल भी गन्नों के दाम महंगे, जानिए इतने रूपयों से है शुरुआत

बिलासपुर। Tulsi vivah 2023: शहर के एकमात्र गन्ने की खेती वाले क्षेत्र रानीगांव में इस बार गन्ने की खेती का रकबा 1 हेक्टेयर घट गया है। इससे गन्ने के दाम स्थानीय स्तर से ही बढ़ गए हैं। गन्ना व्यापारियों को प्रदेश के अंबिकापुर और कवर्धा से लाकर शहर में गन्ना बेचना पड़ रहा है। बाहर से लाए जाने वाले गन्ने की कीमत में पिछले वर्ष के दाम की अपेक्षा 5-10 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। इसका मुख्य कारण परिवहन भाड़ा बढ़ने के साथ उत्पादन कम होना बताया जा रहा है। बाजार में कम दाम पर 20 रुपए और अधिकतम दाम 30 रुपए एक गन्ना बिक रहा है।

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शहर से लगे रानीगांव को गन्ना उत्पादन का गढ़ कहा जाता है। यहां बीते वर्ष गन्ने की खेती 3.8 हेक्टेयर में हुई थी, लेकिन इस वर्ष रानीगांव के गन्ने की खेती के रकबे में 1 हेक्टेयर की कमी आई है। इस बार 2.8 हेक्टेयर में ही गन्ने की खेती हुई है। रानीगांव में गन्ने की खेती करने वाले नरेश गहवई ने बताया कि गन्ने का रकबा कम होने के साथ ही इस बार गन्ने के उत्पादन में कमी आई है।

समय पर पर्याप्त वर्षा नहीं होने के कारण गन्ने की खेती पर असर पड़ा है। गन्ने की अलग-अलग किस्में में हैं जिसमें लाल और हरे रंग के गन्ने मुख्य हैं।थोक में हरे गन्ने की कीमत 15 और लाल गन्ने की कीमत 20 रुपए है। बीते वर्ष की तुलना में दोनों गन्नों में 5-10 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। यहां से गन्ना खरीदने के बाद फुटकर व्यापारी शहर लेकर जाते हैं जहां गन्ने की कीमत सामान्य रूप से 20-30 रुपए हो गई है।

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बीते वर्ष की तुलना में बाजार में कम आवक

दाम बढ़ने के कारण व्यापारी महंगा गन्ना खरीदने से कतरा रहे हैं। बीते वर्ष की तुलना में इस बार बाजार में कम जगह ही गन्ने की फुटकर दुकानें लगी हैं। रानीगांव से लाए जाने वाले गन्ने भी शहरी क्षेत्र में कम हैं।

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कवर्धा और अंबिकापुर में भी महंगा
शहर के आधे से अधिक गन्ना व्यापारी इस वर्ष कवर्धा और अंबिकापुर से गन्ना खरीदे हैं। गन्ना व्यापारी निलेश कश्यप ने बताया कि अंबिकापुर में बीते वर्ष की तुलना में इस बार कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। गन्ने के आकार के अनुसार किसान थोक के भाव तय किए हैं। पिछली बार जहां गन्ने की कीमत 15 रुपए थी वह अब 18 रुपए हो गई है। वहां से बिलासपुर तक लेकर आने और हमाली खर्च जोड़ने के बाद 5 रुपए के मुनाफे में 1 गन्ना 30 रुपए तक किया गया है। शहर में रहने वाले साहिल खान ने बताया कि कवर्धा में गन्ने की कमी बढ़ गई है और थोक में 1 गन्ना 12-15 रुपए में आकार के अनुसार मिल रहा है। बाजार में इसकी कीमत 20-25 रुपए है।