16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जिस फिल्म से गाने हटाना चाहते थे अमिताभ बच्चन, उसी के संगीत ने बनाया इतिहास, जानते हैं कौन सी फिल्म थी वो?

आज हम आपको आपके फेवरेट अमिताभ बच्चन से जुड़ा एक किस्सा सुना रहे हैं। जिसमें उन्होंने अपनी एक फिल्म के लिए गाने हटाने की मांग की थी, फिर उसी फिल्म ने अपने गानों की वजह से इतिहास बनाया। आइये जानते हैं कौन सी है वो फिल्म।

2 min read
Google source verification
jaya_amitabh_1.jpg

नई दिल्ली: महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने अपने अब तक के करियर में कई बेहतरीन सुपरहिट फिल्मों में काम किया है। उन्होंने अपनी एक्टिंग के दम पर लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई है, अमिताभ के करोड़ों चाहने वाले हैं। आज हम आपको आपके फेवरेट अमिताभ बच्चन से जुड़ा एक किस्सा सुना रहे हैं। जिसमें उन्होंने अपनी एक फिल्म से गाने हटाने की मांग की थी, फिर उसी फिल्म ने अपने गानों की वजह से इतिहास बनाया। आइये जानते हैं कौन सी है वो फिल्म।

दरअसल हम बात कर रहे हैं, ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म 'अभिमान' की। जिसमें अमिताभ के साथ जया बच्चन (Jaya Bachchan) ने मुख्य भूमिका निभाई थी। एक इंटरव्यू में ऋषिकेश मुखर्जी ने बताया था कि जब फिल्म 'अभिमान' बन रही थी तब अमिताभ बच्चन को इस फिल्म के गाने बिल्कुल भी पसंद नहीं थे, वो मुझ पर दवाब बना रहे थे कि इस फिल्म के गाने या तो मैं बदल दूं या पूरी तरह हटा हूं, लेकिन मैंने उनकी बात नहीं मानी।

वहीं, जब फिल्म 'अभिमान' रिलीज हुई और वो हुआ जिसकी कल्पना अमिताभ ने कभी नहीं की थी। फिल्म 'अभिमान' बहुत बड़ी हिट साबित हुई और इसकी सफलता में फिल्म के गीतों का बहुत बड़ा योगदान रहा। इतना ही नहीं श्रीलंका में फिल्म 'अभिमान' अपने गानों की वजह से 2 सालों तक सिनेमाघरों में चलती रही थी।

आपको बता दें कि फिल्म 'अभिमान' को अमिताभ बच्चन और जया बच्चन ने ही मिलकर प्रड्यूस किया था। इसे प्रड्यूस करने वाली कंपनी का नाम था 'अमिया' था। इस कंपनी का नाम अमिताभ का 'अमि' और जया का 'या' मिलाकर रखा गया था। इस प्रोड्क्शन हाउस से ये अकेली ही फिल्म प्रड्यूस की गई थी।

यह भी पढ़ें: जया बच्चन की इस एक खूबी के चलते उन्हें दिल दे बैठे थे अमिताभ बच्चन, खुद ने सुनाई थी स्टोरी

'अभिमान' फिल्म के गाने
तेरी बिंदिया से, लूटे को मन का नगर, अब तो है तुमसे, पिया बिना-पिया बिना, तेरे मेरे मिलन की ये रैना, नदिया किनारे।