8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पद्मावती पर हुए विवाद से खफा दीपिका ने पीएम मोदी के इवेंट में जाने से किया इनकार

'पद्मावती' पर हुए विवाद से खफा दीपिका ने पीएम मोदी के इवेंट में जाने से किया इनकार....

2 min read
Google source verification

image

Bhup Singh

Nov 21, 2017

Deepika_Padukone

Deepika_Padukone

पद्मावती की रिलीज को लेकर देखभर में हो रहे विरोध के बीच अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने खुद को Global Entrepreneurship Summit (GES) से अलग कर लिया है। इस समिट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और यूएस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका शामिल होने वाली है। यह समिट 28 नंबवर को होेगी। इस बारे में तेलंगाना सरकार के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि दीपिका पादुकोण ने इस इवेंट में आने से इनकार कर दिया है। दीपिका 29 नवंबर को यहां एक सेशन Hollywood to Nollywood to Bollywood: The Path to Moviemakin में बोलने वाली थीं।

तेलंगाना गर्वनमेंट के सूचना प्रसारण सेक्रेटरी जयेश रंजन ने कहा-'पहले दीपिका इस सेशन का हिस्सा थीं, लेनि अब उन्होंने अचानक से इसे अटेंड करने से मना कर दिया है। इसके पीछे का कारण तो अभी पता नहीं चला है। अभी प्रोग्राम के गेस्ट्स की लिस्ट फाइनल नहीं हुई है क्योंकि इसमें बहुत से बदलाव हो रहे हैं। माना जा रहा है कि दीपिका फिल्म पद्मावती पर चल रहे विरोध के कारण नाराज हैं और इसी के चलते यह कदम उठाया।'

दीपिका के समर्थन में आए कमल हसन
पद्मावती को लेकर दीपिका को मिल रही धमकियों पर कमल हासन ने विरोधियों की चुटकी ली है। कमल ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि दीपिका का सिर सलामत रहे।'

फिल्म रिलीज होने में लगेंगे 68 दिन
सीबीएफसी के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने इस विवाद पर कहा कि यह सेंसर बोर्ड का पैदा किया हुआ विवाद नहीं है और बोर्ड को मामले को सुलझाने का समय और माहौल दिया जाना चाहिए। जोशी ने कहा, ‘ज्यादातर फिल्मों के प्रमाणन की प्रक्रिया में 68 दिन का समय लग सकता है। ज्यादातर फिल्मों का प्रमाणन 68 दिन से पहले हो जाता है। अगर कुछ लोग यह वक्त नहीं लेना चाहते तो हम क्या कर सकते हैं। मैं संजय लीला भंसाली का बहुत सम्मान करता हूं। मैं फिल्म बिरादरी से हूं, उन्हें समझता हूं। यह मुद्दा भंसाली से जुड़ा नहीं है, यह फिल्म के ऊपर विवाद से संबंधित है।’

उन्होंने कहा, ‘विवादों का वक्त कम है, विचार-विमर्श का है और उसके लिए संयम की जरूरत है, जो बेचैनी है, जो अधीरता है, उसे खत्म करने की जरूरत है, जब तक वह नहीं होगा तब तक आप सेंसर बोर्ड से अन्याय कर रहे हैं क्योंकि विवाद हमारा शुरू किया हुआ नहीं है। लेकिन आप हमसे समाधान की उम्मीद कर रहे हैं तो इसके लिए आप हमें समय दीजिए, वह मनोस्थिति दीजिए कि हम ऐसा कर सकें।’