7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Sholay: डायरेक्टर की बात पर नाराज हो गई थीं हेमा मालिनी, 50 साल बाद सच्चाई आई सामने

Sholay: बॉलीवुड अभिनेत्री हेमा मालिनी ने ‘शोले’ फिल्म को लेकर 50 साल बाद एक ऐसा सच बताया है, जिसे अब तक कोई नहीं जानता था…

2 min read
Google source verification

मुंबई

image

Saurabh Mall

Aug 20, 2025

Sholay Movie Update

एक्ट्रेस हेमा मालिनी और ‘शोले’ फिल्म के निर्देशक रमेश सिप्पी

Sholay: कुछ बातें ऐसी होती हैं, जो एक्टर्स और डायरेक्टर्स के बंध के रह जाती है। पर्दे के आगे की कहानी और पर्दे के पीछे की कहानी बिल्कुल अलग होती है। जब कोई फिल्म बन रही होती है तो कई बार एक्टर और डायरेक्टर का आपस में मनमुटाव हो जाता है, लेकिन यदि वही फिल्म बाद में जाकर हिट हो जाती है तो सब साथ मिलकर जश्न मनाते हैं। ऐसी ही कुछ कहानी रही साल 1975 में रिलीज हुई फिल्म शोले की। जब फिल्म के निर्देशक रमेश सिप्पी की एक बात हेमा मालिनी को बुरी लग गई थी।

50 साल पहले का हेमा मालिनी ने बताया किस्सा

अभिनेत्री ने बताया कि उन्हें फिल्म 'शोले' का ऑफर कैसे मिला था। उन्होंने बताया, "पहले जब हम फिल्म साइन करते थे, तो निर्देशक आकर कहानी सुनाते थे और अगर कहानी पसंद आती थी, तो फिल्म किया करते थे और अगर नहीं पसंद आती थी, तो मना कर देते थे। जब मेरे पास 'शोले' का ऑफर आया था, तो उस वक्त मैं निर्देशक रमेश सिप्पी की फिल्म 'सीता और गीता' की शूटिंग कर रही थी, उन्होंने ही मुझसे कहा था कि फिल्म शोले में बहुत सारे किरदार हैं और आप भी उनमें से एक हैं। तो ये सुनकर मुझे बुरा लगा, मैंने सोचा, मेरे लिए इतना छोटा-सा रोल क्यों? बड़ा रोल क्यों नहीं? मैं उनसे नाराज हो गई थी।

अभिनेत्री ने बताया कि निर्देशक रमेश सिप्पी ने उनसे ये रोल करने के लिए गुजारिश की थी और कहा था कि भले ही इस फिल्म में उनका रोल छोटा है लेकिन प्रभावशाली रहेगा।

अभिनेत्री यह भी बताया कि उन्होंने सॉन्ग 'जब तक है जान' के लिए कोई तैयारी नहीं की थी।
उन्होंने कहा, "मैंने इस गाने में डांस के लिए कोई भी रिहर्सल नहीं की थी; यह गाना अभिनय और डांस का एक मिश्रण था। हमें जो कुछ भी करना था, वो कैमरे के सामने ही करना था। सब कुछ डायरेक्टर के प्लान और सीन की जरूरत के हिसाब से होता था। ऐसा करना मुश्किल नहीं था, लेकिन इसे शूट करने में कम से कम 15 दिन लगे थे।"

मुझे निर्देशन पर पूरा भरोसा था, इसलिए मैंने…

अभिनेत्री ने आगे बताया, "मुझे निर्देशन पर पूरा भरोसा था, इसलिए मैंने ये रोल करने के लिए स्वीकार कर लिया था। शूटिंग के पहले दिन उन्होंने मुझे बताया था कि यह किरदार मेरे पिछले किरदारों से थोड़ा अलग है, तो मैंने उनसे पूछा, 'क्या यह सीता और गीता की तरह ही है?' तो उन्होंने बताया, 'नहीं, वह अलग था, अलग है, लेकिन कुछ मिलता-जुलता है।' फिर उन्होंने मुझे बताया था कि मुझे लंबे-लंबे डायलॉग बोलने होंगे। मेरे किरदार की खूबसूरती यही थी कि वह दर्शकों को खूब हंसाकर रखेगा।"

'शोले' शुक्रवार को रिलीज के 50 साल पूरे करने जा रहा है। यह फिल्म भारतीय सिनेमा की सबसे प्रतिष्ठित फिल्मों में से एक है।