7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

‘कोई मिल गया’ का बिट्टू सरदार याद है आपको? हो गया है Hrithik Roshan से भी हैंडसम

Bittu Sardar From Koi Mil Gaya: ऋतिक रोशन की फिल्म ‘कोई मिल गया’ का बिट्टू सरदार याद है आपको? ऋतिक का ये छोटा सा दोस्त अब हो गया है हैंडसम हंक।

2 min read
Google source verification
Hrithik Roshan Co-star Bittu Sardar From Koi Mil Gaya Anuj Pandit Sharma Latest Look

Bittu Sardar From Koi Mil Gaya: 2003 में आई थी ऋतिक रोशन की सुपरहिट फिल्म ‘कोई मिल गया’(Koi Mil Gaya)। राकेश रोशन द्वारा निर्देशित इस मूवी को आज भी लोग देखना पसंद करते हैं। इसमें ऋतिक के अलावा रेखा, प्रीति जिंटा, रजत बेदी, हंसिका मोटवानी जैसे स्टार थे।

फिल्म में ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) के किरदार का एक छोटा सा दोस्त था जिसे लोग बिट्टू सरदार के नाम से जानते हैं। ऋतिक का ये छोटा सा दोस्त अब हो गया है हैंडसम हंक। इतना की ऋतिक रोशन भी इनके लुक के आगे फेल हो जाएं।

यह भी पढ़ें: Krrish 4 की रिलीज डेट हो गई कन्फर्म, ऋतिक रोशन की इस फिल्म का सीक्वल भी आएगा उसी साल

कौन है कोई मिल गया का बिट्टू सरदार

बिट्टू सरदार का ये रोल निभाया था एक्टर अनुज पंडित शर्मा (Anuj Pandit Sharma) ने। उन्हें ये रोल एक सीरियल की वजह से मिला था। अनुज ने खुद एक इंटरव्यू में बताया था कि राकेश रोशन ने उनको ऐसे ही किरदार में एक सीरियल में देखा था। तब उन्होंने ये रोल अनुज को ऑफर किया था।

यह भी पढ़ें: 50 साल के Hrithik Roshan एक्स वाइफ सुजैन खान से पहले करेंगे दूसरी शादी, इनके साथ मिलकर कर रहे तैयारी!

सीरियल की वजह से मिली फिल्म

ये सीरियल था ‘अप्पू तो वैसे ही’। इसमें सतीश कौशिक उनके साथ दिखाई दिए थे। जब इन्होंने कोई मिल गया फिल्म की थी, तब वो सिर्फ 11 साल के थे। अनुज पंडित आज भी फिल्मों में सक्रिय हैं। 32 साल के ये एक्टर दिखने में काफी हैंडसम हैं।

बॉलीवुड की ताजा खबरें यहां पढ़ें- Bollywood News In Hindi

अनुज पंडित शर्मा की फिल्में

इंस्टा पर इनकी तस्वीरें अकसर वायरल होती रहती हैं। इन्होंने ‘टोटल सियाप्पा’, ‘डरना मना है’ और ‘से सलाम इंडिया’ जैसी फिल्मों में काम किया है। इसके अलावा वेब सीरीज बामिनी एंड बॉयज में भी इन्हें देखा गया। ये कई टीवी सीरियल्स भी कर चुके हैं। बचपन में ‘बच्चों की अदालत’ में इन्हें खूब सराहा गया था।