30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पत्नी सुतापा के लिए जीना चाहते थे इरफान खान, मरने से पहले कही थी ये बात

इरफान खान ने पिछले साल 29 अप्रैल को दुनिया को अलविदा कह दिया था। उन्होंने मरने से पहले अपनी पत्नी के लिए जीने की इच्छा जताई थी। इरफान सुतापा के लिए जीना चाहते थे।

2 min read
Google source verification
irrfan_sutapa.png

Irrfan Khan and Sutapa Sikdar

नई दिल्ली | बॉलीवुड के बेहतरीन एक्टर इरफान खान को गुजरे हुए एक साल हो चुका है। फिल्म इंडस्ट्री उन्होंने अपने दमदार अभिनय से लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई थी। इरफान खान के जाने का सदमा जितना उनके फैंस को लगा था उतना ही उनका परिवार भी उन्हें खोने से दुखी हुआ था। इरफान की पत्नी सुतापा ने भी अपने पति को याद करते हुए कई सारे इमोशनल मोमेंट फैंस के साथ शेयर किए थे। वो इरफान के साथ हर मुश्किल वक्त में उनकी हिम्मत बनकर खड़ी रही थीं। इरफान की अगर कोई आखिरी ख्वाहिश थी तो वो अपनी पत्नी सुतापा के लिए कुछ करना। इरफान सुतापा के लिए जीना चाहते थे।

पत्नी के लिए इरफान ने कही थी ये बात

इरफान ने अपना इलाज कराने के बाद अंग्रेजी मीडियम की शूटिंग पूरी की थी। उसके बाद उनकी तबीयत थोड़ा नासाज थी तो वो रेस्ट पर थे। इरफान ने कहा था कि जब मेरा इलाज चल रहा था तो मैंने परिवार के साथ बहुत वक्त बिताया और ढेर सारी खुशियों के महसूस किया। पत्नी सुतापा को लेकर तो मैं क्या ही कहूं। वो 24 घंटे मेरे साथ रहती हैं। हमेशा मेरा ध्यान रखती हैं। अगर मुझे जीने का मौका मिला तो मैं उनके लिए जीना चाहूंगा। मैं अगर अभी तक हूं तो उसकी बड़ी वजह मेरी पत्नी है।

मां का गम नहीं बर्दाश्त कर सके इरफान

इरफान ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि मैं अंदर से बहुत इमोशनल हूं, लेकिन बाहर से खुश दिखता हूं। इरफान ने कहा था कि जब तक मेरी मां जिंदा है तब तक मुझे कुछ भी नही हो सकता। इरफान के निधन से कुछ वक्त पहले ही उनकी मां सईदा बेगम का भी निधन हुआ था। उस वक्त लॉकडाउन लगा हुआ था जिसके कारण इरफान अपनी मां के अंतिम संस्कार में भी नहीं जा सके थे।

सुतापा के लिए आज भी जिंदा हैं इरफान

इरफान के जाने के बाद सुतापा ने बताया था कि इरफान उनके घर में हर जगह महसूस होते हैं। उन्होंने कहा था कि इरफान अपने हर कदम पर ध्यान देने पर जोर देते के लिए कहते थे। वो किसी खुशबू की तरह हैं। वो मेरे घर में हमेशा जिंदा हैं और यहां आने वाले हर शख्स को महसूस होते हैं।