
Uri: The Surgical Strike actress Yami Gautam: बॉलीवुड में उरी द सर्जिकल स्ट्राइक, आर्टिकल 370 और काबिल जैसे फिल्मों से अपनी अलग पहचान बनाने वाली यामी गौतम, उन चुनिंदा अभिनेत्रियों में से हैं, जिनकी सादगी उनकी सबसे बड़ी ताकत है। फिल्मों में दमदार किरदारों से लेकर निजी जिंदगी में बैलेंस बनाने तक, यामी ने हर कदम पर अपनी सोच और मेहनत का परिचय दिया है। राजस्थान पत्रिका के साथ खास बातचीत में यामी ने अपनी फिल्मी जर्नी, निजी अनुभवों और मां बनने के बाद जीवन में आए बदलावों पर दिल खोलकर बात की। इस इंटरव्यू में यामी ने बताया कि सफलता का पैमाना अवॉर्ड्स नहीं, बल्कि दर्शकों का प्यार और सम्मान है। आइए, जानते हैं यामी की जिंदगी के अनसुने पहलुओं और उनके विचारों को....
सवाल: मां बनने से आप खुद में किस तरह के बदलाव पाती हैं। उन महिलाओं को क्या कहना चाहेंगी जो आपकी तरह हाल में मां बनी हैं और अपने करियर को आगे बढ़ाने की उधेड़बुन में हैं?
जवाब: मां बनना एक अनोखा अनुभव है। यह जीवन को पूरी तरह बदल देता है। मैं खुद को भाग्यशाली मानती हूं कि मुझे यह अनुभव मिला। यह चुनौतियों से भरा होता है, लेकिन एक मां को भगवान हर परिस्थिति संभालने की ताकत देते हैं। अपने हेल्थ पर ध्यान दें। हम औरतें अपनी हेल्थ से समझौता कर लेती हैं। लेकिन, इसपर सबसे अधिक ध्यान देना चाहि। एक दूसरे को सपोर्ट करें। मैं नई माताओं से कहना चाहूंगी कि अगर वे काम पर लौटना चाहती हैं, तो बिना किसी झिझक के नई ऊर्जा के साथ लौटें। ऑफिस ना जा पाएं तो आप वर्क फ्रॉम होम भी कर सकती हैं।
सवाल: आप अपनी वर्कलाइफ के बीच बैलेंस कैसे बनाती हैं, और ऐसी ही चुनौतियों का सामना करने वाली महिलाओं को आप क्या सलाह देंगी?
जवाब: सोशल मीडिया पर मैं वही पोस्ट करती हूं, जो जरूरी हो। मेरी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ का बैलेंस मेरे लिए बहुत मायने रखता है। एक सीनियर एक्टर ने कहा था कि जितना कम लोग आपको जानते हैं, उतना ही आसान है कि आप अपने किरदार में ढल सकें। मुझे यह बात सही लगती है। मैं ओल्ड-स्कूल सोच में विश्वास करती हूं। एक सीनियर एक्टर ने कहा था कि जितना आप मेरे बारे में कम जानेंगे, उतना मेरे लिए आसान है आपको कन्वेंस करना कि जो मैं वो करेक्टर निभा रहा हूँ, मैं वो करेक्टर हूँ, और अगर आप देखें तो, कि जो 90's के जो स्टार्स थे। वही रियल स्टार्स थे। बाकि सब अभी हाइप जेनेरेटेट हैं।
वो एक्टर का जो ओरा है वो वहीं तक था, क्यूंकि एक मिस्ट्री थी. आप हर दिन उनको सोशल मीडिया पर नहीं देखते थे, आप हर दिन उनको पपराजी में नहीं देखते थे, आप हर दिन उनको यहां से वहां से सब्जी खरीदते, जिम से निकलते हुए, गाड़ी में चढ़ते हुए, एयरपोर्ट से निकलते हुए, ऑफिस जाते हुए, नहीं देखते थे. तो कहीं ना कहीं एक क्यूरियोसिटी होती थी कि अच्छा एक्टर्स कैसे रहते हैं? क्या मां बनने के बाद आप कैसे महसूस कर रही हैंपहनावा है? मैंने उनकी इंटरव्यू देखे हैं। उनके बात करने का लहजा, उनकी तहजीब, उनकी क्लैरिटी, उनकी स्पीच का मुकाबला हम नहीं कर सकते।
सवाल: आपके अनुभव में, महिलाओं के लिए अपनी प्रोफेशनल और फैमिली लाइफ के बीच संतुलन बनाने में सबसे बड़ी चुनौतियां क्या हैं?
जवाब: महिलाओं के लिए प्रोफेशनल और फैमिली लाइफ के बीच संतुलन बनाना एक खूबसूरत लेकिन चुनौतीपूर्ण सफर है। सबसे बड़ी चुनौती होती है समय का प्रबंधन। एक मां, बेटी, पत्नी और प्रोफेशनल के रूप में हर रोल निभाना अपने आप में एक संतुलन की कला है। मां बनने के बाद मेरा यह अनुभव और गहरा हुआ है।
मेरा मानना है कि समाज की बदलती सोच ने अब महिलाओं को ज्यादा स्पेस दिया है, लेकिन खुद को प्रूव करने का प्रेशर अभी भी कहीं न कहीं मौजूद रहता है। इस सबके बीच सबसे जरूरी है कि आप अपनी शारीरिक और मानसिक सेहत का ख्याल रखें।
मेरी मां ने मुझसे हमेशा कहा कि तुम्हारे बच्चे तुम्हारी मेहनत और संघर्ष को समझेंगे। यह बात मेरे दिल को छू गई और हर मां को यह बात समझनी चाहिए कि आपकी लगन आपके बच्चों के व्यक्तित्व में झलकेगी। महिलाओं को अपनी प्रोफेशनल और फैमिली लाइफ दोनों को एन्जॉय करना चाहिए, बिना यह सोचे कि वे किसी एक को लेकर सही या गलत हैं।
सवाल: आप कई लोगों के लिए रोल मॉडल हैं, खासकर महिलाओं के लिए जो फिल्मों के क्षेत्र में आना चाहती हैं, उनको अपने सपने पूरे करने के लिए आप क्या कहना चाहेंगी?
जवाब: जो महिलाएं फिल्मों में आना चाहती हैं, मैं उनसे कहना चाहूंगी कि अपने सपनों को पूरे जुनून और ईमानदारी के सा करें। मेहनत और धैर्य आपकी सबसे बड़ी ताकत है। सिर्फ ग्लैमर पर नहीं, अपने टैलेंट और स्किल्स को निखारने पर फोकस करें। इंडस्ट्री में खुद को साबित करने के लिए अपने मूल्यों से समझौता न करें और हमेशा अपनी सच्चाई पर भरोसा रखें। सफलता अपने समय पर जरूर मिलेगी।
सवाल:कई क्षेत्रों में अब महिलाएं आगे बढ़ रही हैं, लेकिन फिर भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां उन्हें बाधाओं का सामना करना पड़ता है, और इन बाधाओं को दूर करने के लिए मिलकर कैसे काम किया जा सकता है?
जवाब:महिलाओं को बाधाओं का सामना हर क्षेत्र में करना पड़ता है, लेकिन बदलाव लाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी है। हमें एक-दूसरे को प्रोत्साहित करना होगा और एक सपोर्ट सिस्टम बनाना होगा, जहां महिलाएं बिना किसी डर के अपने सपने पूरे कर सकें। समाज में जागरूकता बढ़ाने और समान अवसर सुनिश्चित करने के साथ-साथ खुद पर विश्वास बनाए रखना सबसे महत्वपूर्ण है। बदलाव धीरे-धीरे आएगा, लेकिन मिलकर काम करेंगे, तो यह बदलाव स्थायी और प्रभावी होगा।
सवाल: अपनी बॉलीवुड जर्नी के बारे में बताएं
जवाब: मेरी जर्नी खुद में एक सीखने का अनुभव रही है। मैं अवॉर्ड शोज में कम ही जाती हूं, क्योंकि मैंने अपनी अहमियत और वेलिडेशन को अवॉर्ड्स के नजरिए से नहीं देखा। मेरा फोकस हमेशा अपने काम पर रहा है। आज जहां हूं, वहां तक पहुंचने के लिए मैंने कदम-दर-कदम मेहनत की है। अपनी जर्नी को देखकर गर्व होता है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ हासिल करना बाकी है। मेरी पार्टी घर के लोगों के साथ चाय पीने और एक अच्छा डिनर करने में होती है। उसके बाद फिर से काम में जुट जाती हूं। मुझे खुशी इस बात की है कि मैंने अपनी मेहनत से इस मुकाम तक पहुंची हूं।
सवाल: आपके पिता को नेशनल अवॉर्ड मिलने पर आपको कैसा महसूस हुआ?
जवाब: वह पल मेरे लिए बहुत खास था। मैंने बचपन से पापा को मेहनत करते देखा है। उनके संघर्ष और बलिदान को करीब से समझा है। उन्होंने हमेशा ऊंचे नैतिक मूल्यों के साथ काम किया। उनके काम का सम्मान देखकर बहुत गर्व हुआ।
सवाल: किसी किरदार को निभाने से पहले आप किन बातों पर ध्यान देती हैं? क्या एक्टर के मन में सामाजिक दबाव भी होता है?
जवाब: मैं हर किरदार को ऑडियंस के नजरिए से देखती हूं। मेरी कोशिश रहती है कि मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूं। लोगों की उम्मीदें मेरे लिए एक कॉम्प्लिमेंट की तरह हैं। मैंने हमेशा स्क्रिप्ट, डायरेक्टर और अपनी इंस्टिंक्ट पर भरोसा किया है। मैं PR और पब्लिसिटी से दूर रहती हूं, लेकिन इसके बावजूद लोगों ने मुझे बहुत प्यार दिया है। मैंने हिट और फ्लॉप को कभी अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया।
सवाल: सोशल मीडिया और वर्क-लाइफ बैलेंस को आप कैसे संभालती हैं?
जवाब: सोशल मीडिया पर मैं वही पोस्ट करती हूं, जो जरूरी हो। मेरी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ का बैलेंस मेरे लिए बहुत मायने रखता है। एक सीनियर एक्टर ने कहा था कि जितना कम लोग आपको जानते हैं, उतना ही आसान है कि आप अपने किरदार में ढल सकें। मुझे यह बात सही लगती है। मैं ओल्ड-स्कूल सोच में विश्वास करती हूं।
सवाल: नए साल में आपके प्रोजेक्ट्स क्या हैं?
जवाब: इस साल मेरी तीन फिल्में रिलीज होंगी। उनके नाम का खुलासा प्रोड्यूसर्स करेंगे। मैं इतना वादा कर सकती हूं कि मेरी फिल्में ऑडियंस को जरूर पसंद आएंगी।
सवाल: ओटीटी और टीवी के बीच आप क्या अंतर देखती हैं?
जवाब:ओटीटी ने एंटरटेनमेंट का परिदृश्य बदल दिया है। टीवी फैमिली एंटरटेनमेंट का हिस्सा है, जबकि ओटीटी वैरायटी ऑफ कंटेंट प्रदान करता है। दोनों के अपने-अपने महत्व हैं।
सवाल: फिटनेस का आपका मंत्र क्या है?
जवाब: योग और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग मेरे फिटनेस का आधार हैं। मुझे घर का खाना और जल्दी डिनर करना पसंद है।
सवाल: अपने किस किरदार को आप सबसे अधिक पसंद करती हैं?
जवाब: फिल्म आर्टिकल 370 में जूमी का किरदार मेरे दिल के बहुत करीब है।
Published on:
09 Jan 2025 11:06 am
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