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B’DaySpcl: बॉलीवुड गायक Suresh Wadkar ने कर दिया था Madhuri Dixit से शादी के लिए इंकार, जानें क्या थी वो खास वजह

सुरेश वाडेकर (Suresh Wadkar)का जन्म 7 अगस्त, 1955 को महाराष्ट्र के कोल्हापुर में हुआ था उन्हें बचपन से ही गायकी का शौक था

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Suresh Wadkar birthday

Suresh Wadkar birthday

नई दिल्ली। बॉलीवुड में अपनी संगीत की धुनों से हर किसी का दिल मोह लेने वाले सुरेश वाडेकर (Suresh Wadkar) का आज अपना 65 वां जन्मदिन सेलीब्रेट करने जा रहे हैं। 7 अगस्त, 1955 को महाराष्ट्र के कोल्हापुर में जन्में (Playback Singer Suresh Wadkar)सुरेश को गायिकी का शौक बचपन से ही रहा है और अपनी गायिकी से इन्होंने बॉलीवुड को ऐसे हिट गाने दिये जिसके बोल आज भी लोगों की जुंवा पर सुने जा सकते है। हर किसी के दिल में राज करने वाले (Singer Suresh Wadkar)सुरेश वाडेकर हर किसी की दिलों की मल्लिका रही माधुरी(madhuri dixit )के दिल पर राज नही कर पाए। जिसका किस्सा आज हम आपको बता रहे हैं।

माधुरी दीक्षित से होने वाली थी शादी

यह बात बहुत कम लोग ही जानते होगें की एक समय सिंगर सुरेश वाडेकर (Suresh Wadkar) की शादी माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) के साथ होने वाली थी लेकिन शायद किस्मत को यह मंजूर नही था और यह रिश्ता बनते बनते बिगड़ गया। यह बात उन दिनों की है जब सुरेश वाडेकर हिंन्दी फिल्म से लेकर मराठी फिल्मों तक अपनी अच्छी धाक जमाए हुए थे। माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) भी उनकी अवाज की बहुत दिवानी हुआ करती थीं।

माधुरी दीक्षित को नृत्य के साथ साथ संगीत का भी काफी शौक था और इसी शौक को देखते हुए उनके परिवार वालों ने सुरेश वाडेकर के साथ अपनी लड़की का रिश्ता करना अच्छा समझा। और इस रिश्ते को पक्का करने के लिए वो सुरेश वाडकर के घर पंहुच गए । जिसके बाद सुरेश ने माधुरी से मिलने की इच्छा जताई। लेकिन माधुरी को देखते ही वाडेकर परिवार ने यह रिश्ता पक्का करने से इंकार कर दिया। जिसके पीछे का कारण था कि उस समय माधुरी काफी दुबली-पतली थीं।

सुरेशा वाडेकर ने महज 10 साल की आयु से ही संगीत की शिक्षा लेनी शुरू कर दी थी। उन्होंने ना सिर्फ हिंदी, में बल्कि मराठी के साथ कई भाषाओं की फिल्मों में अपनी गायकी का प्रदर्शन करके सबभी का दिल जीत लिया। फिल्में में गाने के साथ साथ कई भजनों के लिए भी उन्होंने अपनी आवाज दी है। रवींद्र जैन ने 'राजश्री प्रोडक्शन' की फिल्म 'पहेली' में पहला फिल्मी गीत 'वृष्टि पड़े टाकुर टुकुर' गवाया था और जयदेव ने उनसे फिल्म 'गमन' का 'सीने में जलन' गाने का मौका दिया, जिसके बाद सभी उन्हें एक प्रतिभाशाली गायक की दृष्टि से देखने लगे।