13 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ये है बॅालीवुड की वो नारी जो इकलौती पड़ी सब पर भारी…

ये है बॅालीवुड की वो नारी जो इकलौती पड़ी सब पर भारी...

3 min read
Google source verification

मुंबई

image

Riya Jain

Jan 01, 2018

ये है बॅालीवुड की वो नारी जो  इकलौती पड़ी सब पर भारी...

बॅालीवुड इंडस्ट्री में कभी सिल्क स्मिता बन तो कभी तुम्हारी सुलु बन विद्या बालन ने हर किरदार में सभी एक्ट्रेस का दिल जीता है। अब तक तो आपलोग समझ ही गए होंगे की हम यहा बात कर रहे हैं बॅालीवुड की उलाला क्वीन विद्या बालन की।

ये है बॅालीवुड की वो नारी जो  इकलौती पड़ी सब पर भारी...

बता दें आज विद्या अपना 39वां जन्मदिन मना रही है। नए साल की शुरुआत विद्या के साथ, इससे ज्यादा खुशी की बात और क्या हो सकती है। आम जनता में से उभरकर आई विद्या की जिंदगी फिल्मी करियर में इतनी आसान नहीं थी। विद्या ने अपने करियर की शुरुआत एक पॅापुलर टीवी शो हम पांच से की थी। इसके बाद वे मलयालम फिल्मों में काम करने लगी।

ये है बॅालीवुड की वो नारी जो  इकलौती पड़ी सब पर भारी...

लेकिन विद्या की किस्मत 2005 में आई हिंदी फिल्म परिणिता ने बदली। इस फिल्म में वे सैफ अली खान के साथ नजर आई थी। फिर क्या था विद्या एक के बाद एक अपने करियर की सीढ़ियां चढ़ती चली गईं।

ये है बॅालीवुड की वो नारी जो  इकलौती पड़ी सब पर भारी...

कहना गलत नहीं होगा की विद्या उन चुनिंदा एक्टर्स में से एक हैं जिन्हें अपने किरदारों के साथ एक्सपेरिमेंट करना पसंद है। कभी वे अमिताभ बच्चन की मां बनी तो कभी प्रेंगनेंट मां। कभी वे शाहिद संग बबली रोल में नजर आई तो कभी बेगम जान में तवायफ बन लोगों के छक्के छुड़ा दिए। और आज वे अपनी सोलो फिल्म्स के लिए मशहूर हैं। तो आइए एक नजर डालते है विद्या की उन फिल्मों की ओर जिनमें उन्होंने बिना हीरो के ही सबकी बोलती बंद कर दी।  

ये है बॅालीवुड की वो नारी जो  इकलौती पड़ी सब पर भारी...

दी डर्टी पिक्चर  

ये है बॅालीवुड की वो नारी जो  इकलौती पड़ी सब पर भारी...

कहानी  

ये है बॅालीवुड की वो नारी जो  इकलौती पड़ी सब पर भारी...

बॅाबी जासूस  

ये है बॅालीवुड की वो नारी जो  इकलौती पड़ी सब पर भारी...

कहानी 2  

ये है बॅालीवुड की वो नारी जो  इकलौती पड़ी सब पर भारी...

बेगम जान  

ये है बॅालीवुड की वो नारी जो  इकलौती पड़ी सब पर भारी...

तुम्हारी सुलु