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VIDEO: युवक को रेप केस में फंसाने के लिए युवती को मिले 50 हजार रुपये, लेकिन एक गलती से खुल गया पूरा मामला

जेल से रची गई युवक को रेप केस में फंसाने की साजिश युवती ने खुद को नाबालिग बता दर्ज कराई रेप की एफआईआर पुलिस ने फर्जी मामले का किया खुलासा

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Bulandshahr

युवक को रेप केस में फंसाने के लिए युवती को मिले 50 हजार रुपये, लेकिन एक गलती से खुल गया पूरा मामला

बुलंदशहर। एनएच 91 पर रेप केस का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि किशोरी ने नशीला पदार्थ खिलाकर रेप का जो मुकदमा दर्ज कराया, वो फर्जी था। क्योंकि पुलिस ने जब कड़ी छानबीन कि तो यह पता चला कि युवती ने फर्जी केस दर्ज कराया था। साथ ही वह नाबालिग नहीं बल्कि एक बच्चे की मां है और पैसा लेकर युवक को फंसाने के लिए यह कहानी गढ़ी। फ़िलहाल पुलिस ने झूठे मामले में 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है।

युवती ने पहले दर्ज कराया था बयान

दरअसल बुलंदशहर में बुधवार की देर रात 12:00 बजे nh-91 खुर्जा कोतवाली देहात के बिजली घर के निकट एक युवती नशीली हालत में मिली थी। आनन-फानन में पुलिस ने तत्काल उसे खुर्जा अस्पताल में भर्ती कराया। युवती के होश आने पर पुलिस ने जब उसका बयान लिया, तो पहले तो उसने खुद को नाबालिग बताया और कहा कि उसने देर शाम जब वह खुर्जा के देवी मंदिर से अपने घर स्कूटी पर सवार होकर लौट रही थी, तो रास्ते में तेल खत्म हो गया। तभी कार सवार जीतू सैनी नामक युवक ने मदद के बहाने कार रोकी और नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाकर बेहोश कर रेप की वारदात को अंजाम दे डाला।

पूछताछ में हुआ खुलासा

पुलिस ने जब मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन की तो पता चला कि युवती एक बच्चे की मां है। इसके बाद पुलिस को उस पर शक हुआ और उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने सबकुछ बता दिया। युवती से पूछताछ के बाद पता चला कि 2018 में जेल जा चुके मनीष ने एक महिला के हाथों 50 हजार भिजवाए और जीतू नाम के लड़के को गैंगरेप में फंसाना चाहती थी। इस पूरे मामले में पुलिस ने दस लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई कर रही है।

पुलिस ने ऐसे खोला मामला

वहीं खुर्जा सीओ राघवेंद्र मिश्रा ने बताया कि लड़की नशीले हालत में मिली थी उसे गंभीरता पूछताछ की गई। साथ ही जब उसकी कॉल डिटेल देखी गई वो भी डिलीट थी। तभी युवती पर शक हुआ और उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने सबकुछ बता दिया कि कैसे जेल से इस पूरे मामले की साजिश रची गई जीतू नामक युवक को फंसाने के लिए और मनीष नाम के युवक ने जेल से इन महिलाओं को मुकदमा लिखवाने के लिए ₹50000 दिए गए थे।