जानकारी अनुसार कृषि उपज मंडी में मंगलवार को इस सीजन में पहली बार दूसरे 2 प्लेटफार्म पर लगभग 30 हजार बोरी करीब धान की आवक हुई। दूसरे नंबर के प्लेटफार्म पर कई व्यापारियों व किसानों की मक्का फैल रही थी। मक्का फेलने के चलते किसानों को धान खाली करने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। यहां पर धान की ट्रॉलिया खाली करने के दौरान आपस में किसानों व व्यापारियों में बहस होती नजर आई।
वहीं इस मामले को लेकर मंडी प्रशासन कतई गंभीर नहीं होने के चलते यहां आने वाले किसानों को माल बेचने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मंडी प्रशासन द्वारा पांच दर्जन के करीब यहां पर सुरक्षाकर्मियों के तैनात किए जाने के बावजूद भी मंडी की व्यवस्थाएं में कोई सुधार नहीं हो रहा।यहां पर व्यापारियों की चार खुले प्लेटफार्म पर मक्का फैली होने के चलते अब धीरे धीरे धान की आवक बढऩे के बाद किसानों को यहां अपनी उपज खाली करने के लिए कई घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। उसके बाद अपने ट्रैक्टर ट्रॉली खाली करनी पड़ रही है। वहीं इस मामले को लेकर मंडी प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं।
हालांकि इस मामले को लेकर आढ़तिया संघ अध्यक्ष अनिल जैन व सचिव सुनील श्रृंगी ने मंडी सचिव से प्लेटफार्म खाली करवाने के लिए कहा है।ताकि बुधवार को मंडी के तीन प्लेटफार्म पर किसानों का आने वाला धान खाली हो।प्लेटफार्म संख्या 1,2,3 पर अब किसानों का धान ही खाली होगा।यहां पर किसी भी व्यापारी या किसानों की मक्का फैली हुई नजर आए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उधर इस मामले को लेकर मंडी सचिव क्रांति कुमार मीणा ने बताया कि मंडी की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए प्लेटफार्म पर पहले मक्का को समेटने के लिए सभी व्यापारियों को सूचित करवा दिया गया है। बुधवार से किसी भी किसान को धान खाली करने में कोई परेशानी नहीं होगी।