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हेरिटेज लुक में नजर आने लगा बूंदी का रेलवे स्टेशन

बूंदी रेलवे स्टेशन पर विकास कार्य होने के बाद स्टेशन अब नए लुक में नजर आने लगा है।

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बूंदी

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pankaj joshi

May 21, 2025

हेरिटेज लुक में नजर आने लगा बूंदी का रेलवे स्टेशन

बूंदी रेलवे स्टेशन

रामगंजबालाजी. बूंदी रेलवे स्टेशन पर विकास कार्य होने के बाद स्टेशन अब नए लुक में नजर आने लगा है। यहां पर 8 करोड़ 15 लाख रुपए की लागत से कराए गए विकास कार्यों के बाद स्टेशन की कायाकल्प बदल गई। स्टेशन हेरिटेज लुक में नजर आने लगा है। यहां पर आने वाले देश-विदेश के पर्यटकों को यहां पर स्टेशन पर आने के बाद किसी से कोई जानकारी लेने की अब आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यहां पर सभी चीजों को सुव्यवस्थित तरीके से स्थापित किए जाने के बाद यहां आने वाले लोगों को हुए विकास कार्यों के बारे में पता चल सकेगा।

यहां पर सभी लोगों के लिए अलग-अलग सुविधा मिलने के साथ यहां स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव के दौरान पेयजल, शौचालय, शाइन बोर्ड, ट्रेनों के आवागमन के दौरान यात्रियों के लिए वातानुकूल प्रतीक्षालय, महिलाओं का अलग प्रतीक्षालय, सुलभ शौचालय व्यवस्थित तरीके से व्यवस्थाएं नए लुक में नजर आने लगी है। यहां पर एक स्टेशन एक उत्पाद पर भी अब शुरुआत होने पर बूंदी की चित्र शैलियों सहित अन्य यहां पहचान बनाने वाले उत्पाद मिलने का कार्य भी शुरू हो गया है।

दिन में भी हो ट्रेनों का ठहराव
यहां पर चलने वाली साप्ताहिक ट्रेनों का ठहराव दिन में हो तो यात्रियों को उसका लाभ मिल सके। यहां पर कोटा से बूंदी की ओर साप्ताहिक शुक्रवार शाम को 4:30 बजे गाड़ी संख्या 13423 भागलपुर एक्सप्रेस निकलती है। वहीं उक्त ट्रेन शनिवार को वापस बूंदी से कोटा की ओर 13424 सुबह 11:30 निकलती है। लेकिन उक्त ट्रेन का ठहराव बूंदी में नहीं होने के चलते यात्रियों को उसमें सफर करने के लिए कोटा जाना पड़ता है।

कोविड से पूर्व रुकती थी, अब नहीं ठहराव
वहीं संतरा गाछी गाड़ी भी उक्त रूट पर साप्ताहिक चलती है। उक्त गाड़ी संख्या 18009 संतरागाछी से अजमेर वाया बूंदी शनिवार से रात्रि 10 बजे निकलती है। वहीं गाड़ी संया 180010 अजमेर से वाया भीलवाड़ा होते हुए बूंदी रविवार सुबह 5 बजे सोगरिया, बारां की ओर जाती है। उक्त गाड़ी का कोविड से पूर्व बूंदी रेलवे स्टेशन पर ठहराव था, लेकिन कोविड के बाद में उक्त गाड़ी का ठहराव यहां बंद किए जाने के बाद में भी यहां यात्रियों को उक्त गाड़ी में बैठने के लिए कोटा जाना पड़ रहा है। रेलवे प्रशासन द्वारा दोनों ट्रेनों का ठहराव बूंदी में किए जाने के बाद यहां पर आने वाले पर्यटकों के साथ ही इसका लाभ अन्य यात्रियों को मिल सके।