बूंदी

बैठकों में हो रही गो सुरक्षा, प्रशासन ने हाथ खड़े किए, निजी स्तर पर पाल रहे पचास पशु

सरकार एक ओर गो सुरक्षा के प्रति संवेदनशील नजर आ रही है, वहीं स्थानीय प्रशासन बाजार में निराश्रित के रूप में घूम रहे गो वंश के प्रति लापरवाही बरत रहा है, जबकि इन गो वंशों से तीन जनों की मौत हो चुकी है, लेकिन नगर परिषद व जिला प्रशासन की ओर से अब तक इनके लिए नंदीशाला व कायन हाउस का निर्माण नहीं किया जा रहा है।

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May 07, 2025
बूंदी. देवपुरा में निजी स्तर पर हो रही गो सेवा।

बूंदी. सरकार एक ओर गो सुरक्षा के प्रति संवेदनशील नजर आ रही है, वहीं स्थानीय प्रशासन बाजार में निराश्रित के रूप में घूम रहे गो वंश के प्रति लापरवाही बरत रहा है, जबकि इन गो वंशों से तीन जनों की मौत हो चुकी है, लेकिन नगर परिषद व जिला प्रशासन की ओर से अब तक इनके लिए नंदीशाला व कायन हाउस का निर्माण नहीं किया जा रहा है। वहीं गोपाल गो सेवा संस्थान की ओर से प्रशासन द्वारा सहयोग नहीं किए जाने पर बाजार में निराश्रित घूमने वाले निजी स्तर पर स्वयं के खर्च पर पचास गो वंश का पालन पोषण किया जा
रहा है।
जानकारी अनुसार गोपाल गो सेवा संस्थान की ओर से देवपुरा में जगह किराए पर लेकर पचास गो वंश की सेवा की जा रही है, इसमें उनकी देखरेख के अलावा, पशु चिकित्सा, चारे पानी का बंदोबस्त के अलावा दो कर्मचारी भी लगा रखे है, जिनका खर्चा करीब पचास हजार रुपए माह आ रहा है। वहीं कई बार तो दुर्घटनाग्रस्त गो वंश मिलने पर उनका निजी स्तर पर पशु चिकित्सक को बुलाकर उपचार भी करवाया जाता है। इन सब के बावजूद शहर के प्रति जिम्मेदार अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की गो वंश की सुरक्षा के प्रति नींद नहीं खुल रही है। शहर में करीब ढाई सौ से अधिक गो वंश निराश्रित के रूप में घूम रहे है, विगत वर्ष में इन गो वंश के हमले में एक दर्जन से अधिक घायल हो चुके है एवं तीन जनों की मौत भी हो चुकी है। हर बार जिम्मेदार अधिकारी शीघ्र ही इन गो वंश से निजात दिलाने का आश्वासन भी देते है, लेकिन नतीजा सबके सामने है।
पशु चिकित्सालय के सामने ही जमावड़ा
शहर के व्यस्तम स्थल अहिंसा स्थल पर प्रथम श्रेणी का पशु चिकित्सालय है, जिसके सामने सुबह करीब बारह बजे तक निराश्रित पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। कई बार तो यहां से वाहन गुजरना तक मुश्किल हो जाता है।
अब ठेकेदार कर रहा देरी
गोपाल गो सेवा संस्थान के प्रयासों ने वन विभाग के सामने कायन हाउस के लिए सीमाज्ञान करीब एक पखवाड़े पहले हो चुका है। इसकी चारदीवारी के लिए ठेका भी दिया जा चुका है, लेकिन ठेकेदार चारदीवारी का निर्माण शुरू नहीं कर रहा है। वहीं मालनमासी बालाजी रोड पर कायन हाउस का निर्माण होने पर यह रोड निराश्रित गो वंश से मुक्त हो जाएगा एवं लोगों का यहां सब्जी खरीदने में भी आसानी होगी।

इनका कहना है
नगर परिषद एवं जिला प्रशासन को कई बार कायन हाउस व नंदीशाला के ज्ञापन व धरने प्रदर्शन कर चुके है। हर बार आश्वासन ही मिले है। जनप्रतिनिधी गो वंश की सूरक्षा के प्रति अनदेखी बरत रहे। निराश्रित गो वंशों को गोशालाओं में भेजा जा रहा है, जबकि उक्त गोशालाओं में पहले से पर्याप्त गोवंश है, ऐसे में उनकी देखरेख नहीं हो पाती है और ना ही सरकारी स्तर पर निगरानी की जा रही है।
गोपाल माहेश्वरी, सचिव, गोपाल गो सेवा संस्थान, बूंदी
कायन हाउस के सीमाज्ञान में देरी हुई है। अब चारदीवारी के ठेका दिया जा चुका है, जिसका आठ मई से कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
सरोज अग्रवाल, सभापति, नगर परिषद, बूंदी

Updated on:
07 May 2025 12:12 pm
Published on:
07 May 2025 12:11 pm
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