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मोबाइल टोर्च से जांची सेहत की सामग्री…चखा पोषाहार

पोषाहार की कहीं गुणवत्ता कमजोर तो कहीं रिकोर्ड संधारण में गडबड़ी, कलक्टर ने दो स्कूलों के संस्था प्रधानों को थमाए नोटिस

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government schools nireekshan poshaahaar kee gunavatta jaanchee

बूंदी. दो दिवसीय राष्ट्रीय पोषाहार कार्यक्रम विशेष जांच अभियान में सरकारी विद्यालयों में कई खामियां मिली। जिला कलक्टर ने शहर के दो स्कूलों में मिली पोषाहार गडबड़ी के बाद दोनो संस्था प्रधानों को नोटिस थमाए। दो दिनो में करीब 280 सरकारी विद्यालयों का निरीक्षण कर पोषाहार की गुणवत्ता जांची गई। जिला शिक्षा प्रारम्भिक अधिकारी ने रिपोर्ट बनाकर मंगलवार को जिला कलक्टर शिवांगी स्वर्णकारी को सौपीं। लापरवाह संस्था प्रधानों को इस मामले में नोटिस दिए जाएगें।

सरकारी स्कूलो में शिक्षा की गुणवत्ता के हाल क्या है ये तो अधिकारियों के समय समय पर होने वाले निरीक्षणों में सामने आता ही है लेकिन अब स्कूलों मे पोषाहार की गुणवत्ता की भी उस समय पोल खुल गई जब सरकार के निर्देश पर दो दिवसीय विशेष जांच अभियान चलाया गया। जिला कलक्टर से लेकर प्रशासनिक अधिकारी व शिक्षा विभाग अधिकारियों ने जिले के स्कूलों में जाकर पोषाहार की व्यवस्था देखी जहां कई कमियां सामने आई।

पोषाहार की कहीं गुणवत्ता कमजोर तो कहीं रिकोर्ड संधारण में गडबड़ी मिली। कई जगहों पर केश बुक में एंट्री नहीं पाई तो, कई स्कूलों में पोषाहार का रखरखाव एवं खाने में क्वालिटी नहीं पाई। संबंधित अधिकारियों ने मौके पर ही संबंधित पोषाहार प्रभारी एवं संस्था प्रधान को व्यवस्थाओं में सुधार के लिए पाबंद किया। जिला कलक्टर ने इस मामले में दो संस्था प्रधानों को नोटिस थमाए।

अंधेरे में भण्डारण व्यवस्था,टोर्च की रोशनी से जांची...

नाहर का चोहटा सिटी राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय निरीक्षण में जब कलक्टर पहुंची तो भंडारण देख चौक गई। एक छोटे से कक्ष में अंधेरे में भंडारण रखा हुआ मिला। इतना ही नही जरूरत से ज्यादा स्ट्रोक देख सभी हैरत में पड़ गए। टोर्च की रोशनी से जिला कलक्टर ने पोषाहार को हाथ में लेकर तो खराब मिला। इस पर कलक्टर ने संस्था प्रधान को जमकर लताड़ पिलाई। संस्था प्रधान को लापरवाही पर नोटिस थमाया और भंडारण में सेम्पल लेकर
जांच को भेजे गए।

यह थी हालत-
जांच में सामने आया कि दिनांक 27.6.17 को एक हजार पांच सौ 86 किलो 170 ग्राम गेहूं और 271 किलो 500ग्राम चावल मंगवाए गए। यहां 6 महिने का स्ट्रोक पड़ा था उसके बाद भी एक हजार 60 किलो गेंहू, 520 किलो चावल ओर ले लिए गए। ऐसे में पुराना स्ट्रोक पड़ा रहा ओर नतीजन खराब हो गया।

झे माफ कर दो...
लापरवाही सामने आने के बाद संस्था प्रधान अल्का खत्री अधिकारियों के
सामने गिड़गिड़ाती नजर आई। मामले की गम्भीरता को देखते हुए कलक्टर ने भंडारण में रखे अनाज का सैम्पल जांच करवाने के निर्देश दिए है।

साफ-सफाई के दिए निर्देश-

जिला कलक्टर ने देवपुरा स्थित उच्च प्राथमिक, बालचंदपाड़ा, खोजागेट तथा नाहर का चौहट्टा स्थित राजकीय विद्यालयों में पहुंचकर पोषाहार की गुणवत्ता जांच की। इस दौरान उन्होंने अध्यापन कार्य भी देखा। स्कूलों में पकाए जा रहे पोषाहार भी चखा। सभी जगह उन्होंने भण्डारण व्यवस्था में मिली कमियों को लेकर सुधार के लिए निर्देश दिए। बालचंद पाड़ा विद्यालय में बर्तन गंदे मिले जिस पर साफ-सफाई के निर्देश दिए। वहीं खेजागेट विद्यालय में पोषाहर की गुणवत्ता में कमी पाई जाने पर संस्था प्रधान को नोटिस थमाया।

एडीएम ने किए तीन स्कूलो का निरीक्षण-
एडीएम नरेश मालव ने जिले के राजकीय माध्यमिक विद्यालय अकतासा, तालेड़ा व बालिका विद्यालय का निरीक्षण कर पोषाहार की जांच की।