9 जुलाई 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

मानसून की दस्तक: जिले के बांधों के गेटों में ऑयल ग्रिस का कार्य शुरू

मानसून के आगमन की तैयारी को लेकर जल संसाधन विभाग द्वारा जिले के सभी बांधों के गेटों पर आयल ग्रिस व सुरक्षा के लिए मिट्टी के कट्टे भरकर रखने की तैयारी शुरू करवा दी गई है।

बूंदी

pankaj joshi

Jun 20, 2025

मानसून की दस्तक: जिले के बांधों के गेटों में ऑयल ग्रिस का कार्य शुरू
हिण्डोली. गुढ़ा बांध के गेटों पर आयल ग्रिस करते मिट्टी के कट्टे भरवाते हुए।

हिण्डोली. मानसून के आगमन की तैयारी को लेकर जल संसाधन विभाग द्वारा जिले के सभी बांधों के गेटों पर आयल ग्रिस व सुरक्षा के लिए मिट्टी के कट्टे भरकर रखने की तैयारी शुरू करवा दी गई है। गुढ़ा बांध सहित कई बांधों के गेटों पर आयल ग्रिस का कार्य पूर्ण हो चुका है। जानकारी अनुसार जून माह के कुछ ही दिनों में मानसून के आगमन की संभावना है। ऐसे में मानसून पूर्व की तैयारी को लेकर जल संसाधन विभाग द्वारा जल संसाधन विभाग खंड प्रथम व द्वितीय में करीब 40 से अधिक बांध व तालाब है। उनमें आयल ग्रीस का कार्य शुरू करवा दिया गया है एवं सुरक्षा के लिए मिट्टी के कट्टे भरवा कर पाळों के निकट रखवा दिए हैं।

जिले का सबसे बड़ा गुढा बांध के 30 गेटों में आयल ग्रिस का कार्य पूर्ण हो चुका है। यहां पर संवेदक द्वारा मिट्टी के कट्टे भरकर रख दिए गए हैं, ताकि बारिश के समय में किसी भी परिस्थितियों से निपटा जा सके। इसके अलावा नारायणपुरा, मेण्डी, पेच की बावड़ी, रूण का खाल, बडानयागांव, गोठड़ा सहित जिले के सभी बांधों के गेटों में भी कार्य जारी है।

कई की हालत खराब
जल संसाधन विभाग के आधिकारिक सूत्रों की माने तो गत दिनों हिण्डोली विधानसभा क्षेत्र के करीब 21 बांधों व तालाबों को राज्य सरकार ने जल संसाधन विभाग को वापस सौंप दिया। इनमें से कई की हालात काफी खराब है। वहां जाने के रास्ते तक नहीं है। अब जल संसाधन विभाग के पास बांध और तालाब आने पर इनको संभालकर वापस अच्छी स्थिति में लाना चुनौती पूर्ण है।

इनका कहना है
मानसून आगमन की तैयारी को देखते हुए जिले के सभी बांधों के गेटों पर आयल ग्रिस का कार्य करवाया जा रहा है एवं सुरक्षा की दृष्टि से मिट्टी के कट्टे भरवा गए हैं। जिले के सभी सहायक व कनिष्ठ अभियंताओं को निर्देश दिए हैं कि वे मौके पर रहकर कार्य करें। वर्षों के मौसम में मुख्यालय नहीं छोड़े ।
रोहित बघेरा, अधिशासी अभियंता जल संसाधन विभाग, बूंदी।