भले ही मोटर व्हीकल एक्ट के नियम सख्त हैं, लेकिन उनकी पालना सख्ती से नहीं हो रही। इसकी बानगी देखें तो जिलेभर में बगैर बीमा कराए सैंकड़ों वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं। वाहन चलाना तो सबको अच्छा लगता है, लेकिन वाहन का बीमा कब खत्म हो गया इसका पता कोई नहीं रखता। नियमों को ताक पर रखने वाले वाहन मालिकों के खिलाफ जिम्मेदार महकमा कार्रवाई करने से गुरेज कर रहा है। बीमा कंपनियों की माने तो ग्रामीण इलाकों में स्थिति गंभीर है। जागरूकता के अभाव में वाहनों का बीमा करवाने में लोगों की रुचि ही नहीं है।