जिससे क्षेत्र के पशुपालक उपकेन्द्र पर पहुंचे और ताले लगे देखकर निराश होकर लौट जाते थे। मामले को लेकर राजस्थान पत्रिका ने पशुधन सहायक के अभाव में पशु चिकित्सा उपकेन्द्र बना शोपीस, पशुधन सहायक का पद रिक्त उपकेन्द्र के लटक रहे ताले आदि शीर्षकों के माध्यम से राजस्थान पत्रिका में खबरें प्रकाशित कर लगातार क्षेत्र के पशुपालकों की मांग को उठाया था व विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाया।
जिसके बाद यहां पर पशुधन सहायक कौशल मीणा की नियुक्ति की गई है। मीणा ने यहां पर पहुंचकर कार्यभार ग्रहण कर लिया जिसके बाद अब पशुपालकों को राहत मिली है। नवनियुक्त पशुधन सहायक ने बताया कि पशुपालकों के लिए बताया की मंगला पशु बीमा योजना के तहत अपने पशुओं के टेंग लगवाकर बीमा करवाए।