सीसीटीवी कैमरे में हो गए कैद
इंद्रगढ़. बिजासन माताजी मार्ग पर स्थित सहस्त्रफणी पाŸवनाथ दिगंबर अतिशय क्षेत्र के मंदिर में बुधवार देर रात चोरों ने चौकीदार को धमकाकर वारदात को अंजाम दिया। अज्ञात चोर चेहरे पर नकाब लगाकर आए थे, जो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए। इनकी संख्या 4 से 5 के बीच होना बताया जा रहा है। देर रात करीब 2 बजे अज्ञात चोरों ने मंदिर परिसर में प्रवेश किया। सबसे पहले उन्होंने वहां पर मौजूद चौकीदार रामकिशन को लाठी से धमकाया। चोरों ने मंदिर के मुख्य द्वार के ताले को तोड़कर अंदर प्रवेश किया। इसके बाद उन्होंने अलमारी सहित दान पात्रों के करीब आधा दर्जन से अधिक ताले तोड़ दिए। चोर करीब 1 घंटे तक परिसर में घूम कर सामानों की तलाशी करते रहे। उन्होंने मंदिर में मौजूद भगवान के करीब आधा किलो वजन के दो चांदी के सिंहासन चुरा लिए। वहीं मंदिर में रखे दो दान पात्रों को उठाकर थोड़ी दूर पर सुनसान जगह पर ले गए। जहां उन्होंने दान पात्रों को तोडऩे का प्रयास किया। मंदिर में रखे एक बड़े दान पात्र का ताला तोडऩे की भी कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो पाए और मौके से फरार हो गए। चौकीदार ने पास ही दरा बस्ती में पहुंचकर कमलेश योगी को सारा घटनाक्रम बताया। इसके बाद योगी ने जैन समाज के लोगों को सूचित किया। सूचना मिलते ही जैन समाज के लोगों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। देर रात को ही जैन समाज के महावीर हरकारा, जीवंधर जैन, महेंद्र जैन घटनास्थल पहुंच गए। सहस्त्र फणी पाŸवनाथ दिगंबर जैन मंदिर के अध्यक्ष महावीर हरकारा ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस भी तत्काल मौके पर आ गई।
उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में चोरी की ये सातवीं वारदात है। इससे पूर्व भी यहां चोरों ने बेशकीमती भगवान आदिनाथ और शांतिनाथ की प्रतिमाओं को खंडित कर छत्र चुरा लिए थे। जबकि इससे पूर्व भी चोर भगवान आदिनाथ की बेशकीमती काले पत्थर की मूर्ति को चुरा ले कर ले गए थे। यहां दान पात्रों के चोरी जाने की घटनाएं हो चुकी है, लेकिन चोरों का सुराग अब तक भी नहीं लग पाया। उधर घटना के बाद पुलिस ने गुरुवार को दो तीन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस ने चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।