भारत के बैन लगाने का किन देशों पर पड़ेगा प्रभाव?
2019 और 2020 के बीच भारत चावल के निर्यात में तेजी से ऊपर जा रहा था, अब इसपर ब्रेक लग सकता है। यदि भारत चावल के निर्यात पर बैन लगाता है तो नेपाल, फिलीपींस, कैमरून और चीन जैसे देशों पर इसका सीधा असर पड़ेगा। ये सभी देश चावल के आयात के लिए भारत पर अत्यधिक निर्भर हैं। यूक्रेन और रूस में जारी युद्ध के कारण दुनियभर में गेहूं और चावल जैसे अनाज के दामों में भारी वृद्धि हुई है। इस जंग से दुनियाभर में खाद्यान्न आपूर्ति का संकट गहरा गया है।
Russia-Ukraine war ने यहां बदल दी किसानों की जिंदगी
वैश्विक खाद्य सुरक्षा पर पड़ सकता है विनाशकारी प्रभावभारत की गिनती दुनिया के टॉप चवाल उत्पादकों में की जाती है। वर्ष 2008 में भी जब महंगाई ने कमर तोड़ी थी तब सरकार ने गैर-बासमती चावल के निर्यात पर बैन लगा दिया था जिसका असर कई देशों पर पड़ा था। हालांकि, वर्ष 2010 में बैन को हटा दिया गया था। यदि भारत सरकर गेहूं के बाद चावल के निर्यात पर भी बैन लगाती है तो ये वैश्विक खाद्य सुरक्षा पर विनाशकारी प्रभाव डाल सकता है।
गौरतलब है कि मई में सरकार ने पहले गेहूं के निर्यात पर बैन लगाया था और इसके कुछ दिनों बाद ही चीनी के निर्यात पर भी बैन लगा दिया था। घरेलू बाजारों में इन इनके दामों पर नियंत्रण के लिए ये कदम उठाया गया था।