
नई दिल्ली। कतर इकोनॉमिक फोरम में बोलते हुए भारती एयरटेल के अध्यक्ष ने सुनील मित्तल ने भारतीय टेलीकॉम मार्केट को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पहले टेलीकॉम मार्केट में 12 प्लेयर्स थे। वर्तमान में ढ़ाई प्लेयर्स हैं। टेलीकॉम मार्केट के रुख से साफ है कि आने वाले दिनों में केवल दो निजी प्लेयर्स का बाजार पर कब्जा होगा। अगर ऐसा होता है तो यह किसी ट्रैजिक से कम नहीं होगा। उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियों के बीच एयरटेल तेजी से मजबूत हो रही है। बाजार हिस्सेदारी हासिल कर रही है और अफ्रीका में भी अपनी स्थिति मजबूत कर रही है।
उन्होंने किसी टेलीकॉम कंपनी का नाम लिए बगैर कहा कि घाटे में चल रहे वोडाफोन आइडिया अपने अस्तित्व के लिए पहले से ही संघर्षरत है। भारत का टेलीकॉम मार्केट बहुत बड़ा है। इसमें कम से कम तीन प्राइवेट प्लेयर्स होने चाहिए। मुझे उम्मीद है कि हम ऐसा करने में कामयाब होंगे और किसी कंपनी को एकाधिकार की स्थिति में नहीं आने देंगे।
वनवेब बेस्ड ब्रॉडबैंड सैटेलाइट गेम चेंजर साबित होगा
भारती एयरटेल के संस्थापक ने कहा कि एयरटेल तेजी से मजबूत हो रही है। बाजार हिस्सेदारी हासिल कर रही है और अफ्रीका में भी अपनी स्थिति मजबूत कर रही है। उन्होंने कहा कि भारती एयरटेल समर्थित वनवेब का आगामी उपग्रह ब्रॉडबैंड संचालन एक गेम चेंजर होगा और एयरटेल की विकास महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने वाला साबित होगा। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में उपग्रहों के माध्यम से लोगों को जोड़ने में मदद करेगा। बता दें कि भारती समूह और यूके सरकार द्वारा समर्थित वनवेब जून 2022 से भारत में उपग्रह इंटरनेट सेवाओं को शुरू करने की तैयार में जुटा है।
सुनील मित्तल ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि आज भी आधी दुनिया ऑफलाइन है। दूरसंचार क्षेत्र में लगभग 28 वर्षों में मैंने कभी भी एलईओ सैटकॉम जैसी तकनीक नहीं देखी है जो दूरस्थ और ग्रामीण संचार जरूरतों को पूरा करने के लिए अत्याधुनिक है। उन्होंने कहा कि जीवित रहने और टेलीकॉम मार्केट में प्रासंगिक बने रहने के लिए खुद को लगातार नए सिरे से तैयार करना महत्वपूर्ण है। एयरटेल 2जी/3जी/4जी कोर्स चलाने के बाद अब 5जी जाने के लिए तैयार है। जबकि ( ग्रुप कंपनी ) वनवेब वैश्विक स्तर पर अंतरिक्ष सेवाओं से तेज इंटरनेट शुरू करने के लिए तैयार है। हमारे लिए नए व्यवसायों में प्रवेश करना महत्वपूर्ण है क्योंकि कई कंपनियां जो पहले सोचती थीं कि वे कभी गायब नहीं होंगी, प्रासंगिक नहीं रहने के कारण व्यापार चार्ट से बाहर हो गई हैं।
वीआई और टेल्को के पास अभी पाइपलाइन में कुछ नहीं है
नए वैश्विक निवेशकों को बोर्ड में लाने पर मित्तल ने कहा कि भारती ने पिछले 24 महीनों में पहले ही 12 बिलियन डॉलर जुटा लिए हैं। इसके बावजूद पाइपलाइन में तुरंत कुछ भी नहीं है। मित्तल की यह टिप्पणी वीआई की 25,000 करोड़ रुपए की धन उगाहने की योजनाओं के बारे में बढ़ती चिंताओं के बीच आई है। वोडाफोन इंडिया ने पहली बार पिछले सितंबर में इस योजना का ऐलान किया था। उन्होंने कहा कि टेल्को कई संभावित निवेशकों से बात की है लेकिन अभी तक कोई नया करार तय नहीं हो पाया है।
Web Title: Bharti AirtelSunil Mittal says tragic if india reduced to two private player in telecom market
Updated on:
22 Jun 2021 08:50 pm
Published on:
22 Jun 2021 08:43 pm
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