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Budget 2025: किसानों, MSMEs और मिडिल क्लास के लिए बड़ी सौगात, टैक्स में बड़ी राहत

Budget 2025: वित्त मंत्री ने बजट 2025 में करदाताओं, किसानों, छोटे उद्योगों (MSMEs) और बुनियादी ढांचे के विकास को प्राथमिकता देते हुए कई अहम घोषणाएं कीं। आइए जानते है पूरी खबर।

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भारत

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Ratan Gaurav

Feb 01, 2025

Budget 2025

Budget 2025: वित्त मंत्री ने बजट 2025 में करदाताओं, किसानों, छोटे उद्योगों (MSMEs) और बुनियादी ढांचे पर जोर देते हुए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं है। इस बजट (Budget 2025) में न केवल कर छूट का दायरा बढ़ाया गया है, बल्कि कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा और स्टार्टअप सेक्टर को भी बड़ी राहत दी गई है। आइए जानते हैं बजट की 9 बड़ी बातें।

₹12 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं (Budget 2025)

सरकार ने करदाताओं को राहत देते हुए ₹12 लाख तक की वार्षिक आय (Budget 2025) को कर-मुक्त कर दिया है। वहीं वेतनभोगी वर्ग को ₹12.75 लाख तक कर छूट (₹75,000 मानक कटौती सहित) दी गई है।

नई कर स्लैब (FY 2025-26)

आय सीमा (₹ लाख) | कर दर

0–40%
4–85%
8–1210%
12–1615%
16–2020%
20–2425%
24+30%

टैक्स बचत

  • ₹12 लाख आय: ₹80,000 की बचत (0% प्रभावी कर दर)
  • ₹16 लाख आय: ₹50,000 की बचत (7.5% प्रभावी कर दर)
  • ₹20 लाख आय: ₹90,000 की बचत (10% प्रभावी कर दर)
  • ₹50 लाख आय: ₹1.1 लाख की बचत (21.6% प्रभावी कर दर)

सरकार ने 1 लाख करोड़ रुपये के प्रत्यक्ष कर राजस्व (Budget 2025) की छूट देने का अनुमान लगाया है।

कृषि क्षेत्र को बड़ा प्रोत्साहन

    प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना (Budget 2025) के तहत 100 कम उत्पादकता वाले जिलों को विकसित (Budget 2025) किया जाएगा, जिससे 1.7 करोड़ किसानों को फायदा मिलेगा।

    • किसान क्रेडिट कार्ड (KCC): 7.7 करोड़ किसानों, मछुआरों और डेयरी किसानों के लिए लोन सीमा ₹5 लाख कर दी गई है।
    • दाल उत्पादन मिशन: तूर, उड़द और मसूर की पैदावार बढ़ाने के लिए 6 साल की योजना।
    • पश्चिमी कोसी नहर परियोजना: बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र में 50,000 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा मिलेगी।
    • मखाना बोर्ड: बिहार में मखाना उत्पादन और विपणन को बढ़ावा देने के लिए बोर्ड का गठन।

    ये भी पढ़े:-12 लाख रुपये तक की आय पर आयकर छूट, मिडिल क्लास को मिली बड़ी राहत

    MSMEs, स्टार्टअप और रोजगार को बढ़ावा

      • माइक्रो और स्मॉल एंटरप्राइजेज: क्रेडिट गारंटी कवर ₹10 करोड़ किया गया, जिससे अगले 5 वर्षों में ₹1.5 लाख करोड़ का अतिरिक्त ऋण मिलेगा।
      • स्टार्टअप्स: क्रेडिट गारंटी कवर ₹20 करोड़ तक बढ़ाया गया, 27 प्रमुख क्षेत्रों के लिए 1% शुल्क।
      • फंड ऑफ फंड्स: स्टार्टअप्स के लिए ₹10,000 करोड़ का कोष।
      • फुटवियर और चमड़ा उद्योग: ₹4 लाख करोड़ का टर्नओवर लक्ष्य और 22 लाख नई नौकरियाँ।
      • गिग वर्कर्स: 1 करोड़ गिग वर्कर्स को पहचान पत्र और PM जन आरोग्य योजना के तहत हेल्थकेयर मिलेगा।

      स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र को मजबूती

        • कैंसर देखभाल: 2025-26 तक 200 डे केयर सेंटर जिला अस्पतालों में स्थापित किए जाएंगे।
        • 36 जीवनरक्षक दवाओं पर सीमा शुल्क पूरी तरह माफ, 6 अन्य दवाओं पर केवल 5% शुल्क।
        • मेडिकल शिक्षा: 2025-26 में 10,000 नई मेडिकल सीटें, अगले 5 वर्षों में 75,000 सीटें बढ़ाने का लक्ष्य।
        • अटल टिंकरिंग लैब्स: सरकारी स्कूलों में 50,000 लैब्स स्थापित की जाएंगी।
        • भारत नेट: सभी ग्रामीण माध्यमिक विद्यालयों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को ब्रॉडबैंड से जोड़ा जाएगा।

        बुनियादी ढांचे और शहरी विकास में तेजी

          • SWAMIH फंड 2: ₹15,000 करोड़ की सहायता से 1 लाख अधूरे मकान पूरे किए जाएंगे।
          • शहरी चुनौती कोष: ₹1 लाख करोड़ की योजना, जिसमें शहरों को विकास केंद्र बनाने, जल आपूर्ति और स्वच्छता में सुधार पर जोर।
          • UDAN योजना: 120 नए क्षेत्रीय कनेक्टिविटी गंतव्य जोड़े जाएंगे, 4 करोड़ यात्रियों को फायदा।

          ऊर्जा और पर्यावरण सुधार

            • न्यूक्लियर एनर्जी मिशन: ₹20,000 करोड़ का निवेश, 2033 तक 5 छोटे परमाणु रिएक्टर तैयार किए जाएंगे।
            • क्लीन टेक मैन्युफैक्चरिंग: EV बैटरियों, सौर PV सेल और पवन टरबाइन के लिए प्रोत्साहन।
            • महत्वपूर्ण खनिज: कोबाल्ट, लिथियम-आयन स्क्रैप सहित 12 खनिजों पर सीमा शुल्क में छूट।

            पर्यटन और निर्यात को बढ़ावा

              • 50 प्रमुख पर्यटन स्थलों का उन्नयन, होमस्टे लोन और ई-वीजा सुविधा में सुधार।
              • निर्यात संवर्धन मिशन: वाणिज्य, MSME और वित्त मंत्रालयों का संयुक्त अभियान।

              व्यापार सुधार और सुगमता

                • बीमा में FDI सीमा 100% तक बढ़ाई गई, जिससे कंपनियां भारत में अपने प्रीमियम का पुनर्निवेश कर सकेंगी।
                • जन विश्वास बिल 2.0: 100+ कानूनी प्रावधानों को अपराधिक श्रेणी से हटाया गया।
                • स्टार्टअप को लाभ: 1 अप्रैल 2030 तक स्टार्टअप पंजीकरण लाभ, 31 मार्च 2030 तक IFSC लाभ बढ़ाए गए।

                ये भी पढ़े:- Budget 2025 Live नए आयकर टैक्स स्लैब के बारे में वित्त मंत्री ने विस्तार से बताया, पढ़ें

                अप्रत्यक्ष कर सुधार

                  • सीमा शुल्क सरलीकरण: टैरिफ दरों को 8 तक घटाया गया, 82 उत्पादों पर सामाजिक कल्याण अधिभार समाप्त।
                  • आयात में लचीलापन: इनपुट्स के उपयोग की अवधि 1 वर्ष तक बढ़ाई गई, मासिक के बजाय त्रैमासिक रिपोर्टिंग।