
Paytm फास्टैग पर NHAI का बड़ा एक्शन
पेटीएम फास्टैग: पेटीएम पेमेंट्स बैंक को कथित तौर पर फास्टैग खरीदने के लिए भारत के सड़क टोल प्राधिकरण द्वारा अनुशंसित अधिकृत बैंकों की सूची से बाहर कर दिया गया है। भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी ने राजमार्ग उपयोगकर्ताओं को 32 अधिकृत बैंकों की सूची से फास्टैग खरीदने की सलाह दी है, जिनके पास पेटीएम पेमेंट्स बैंक नहीं है। इसका मतलब है कि लगभग 20 मिलियन पेटीएम फास्टैग उपयोगकर्ताओं को नए आरएफआईडी (रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान) स्टिकर प्राप्त करने होंगे।
11 दिनों में पेटीएम को लगभग 27,000 करोड़ रुपये का हुआ नुकसान
RBI द्वारा अपनी अधिकांश व्यावसायिक गतिविधियों को रोकने के आदेश के बाद पेटीएम संभावित रूप से अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहा है। मैक्वेरी के विश्लेषकों सुरेश गणपति और पुनित बहलानी ने नोट में लिखा है कि हाल ही में आरबीआई के प्रतिबंधों के बाद, पेटीएम को ग्राहकों के पलायन का गंभीर खतरा है, जो इसके मुद्रीकरण और व्यापार मॉडल को काफी खतरे में डाल रहा है। आरबीआई ने भुगतान बैंक समेत पेटीएम वॉलेट पर नकेल लगाई। इन पर प्रतिबंध लगाने के बादपिछले 11 दिनों में पेटीएम को लगभग 27,000 करोड़ रुपयेया अपने मूल्य का 57% का नुकसान हुआ है।
ये रही 32 बैकों के नाम की लिस्ट
FASTags के लिए अधिकृत बैंकों में एयरटेल पेमेंट्स बैंक, इलाहाबाद बैंक, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, सिटी यूनियन बैंक, कॉसमॉस बैंक, इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक, फेडरल शामिल हैं। वहीं बैंक फिनो पेमेंट्स बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आईडीबीआई बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, इंडियन बैंक, इंडसइंड बैंक, जेएंडके बैंक, कर्नाटक बैंक, करूर वैश्य बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, नागपुर नागरिक सहकारी बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सारस्वत बैंक , साउथ इंडियन बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, त्रिशूर जिला सहकारी बैंक, यूको बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और यस बैंक।
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Updated on:
16 Feb 2024 12:17 pm
Published on:
16 Feb 2024 12:14 pm
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