HDB Financial Services IPO: एचडीएफसी बैंक की सब्सिडियरी कंपनी एचडीबी फाइनेंशियल पर्सनल लोन, गोल्ड लोन और एसएमई लोन देने का काम करती है। इसका आईपीओ बुधवार को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है।
HDB IPO: अगर आप आईपीओ में पैसा लगाते हैं तो आपके पास एक बड़ा मौका है। इस साल का सबसे बड़ा आईपीओ लॉन्च हो गया है। एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज का आईपीओ आज 25 जून से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। इस आईपीओ में आप 27 जून तक पैसा लगा सकते हैं। यह एचडीएफसी बैंक की एनबीएफसी कंपनी है। कंपनी इस आईपीओ से 12,500 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। इस रकम का उपयोग कारोबार बढ़ाने के लिए किया जाएगा। यह आईपीओ इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि फाइनेंशियल सेक्टर के आईपीओ में निवेशकों की खास दिलचस्पी होती है। आइए इस आईपीओ के बारे में विस्तार से जानते हैं।
एचडीएफसी बैंक की सब्सिडियरी होने के चलते इस आईपीओ को लोगों से बढ़िया रिस्पांस मिलने की उम्मीद है। इस आईपीओ में 2500 करोड़ रुपये के 3.38 करोड़ शेयरों का फ्रेश इश्यू है। साथ ही 10,000 करोड़ रुपये के 13.51 करोड़ शेयर ऑफर फॉर सेल में रखे गए हैं। आईपीओ में प्राइस बैंड 700 से 740 रुपये प्रति शेयर है। निवेशक एक लॉट में 20 शेयर खरीद सकते हैं। यानी आपको इस आईपीओ में न्यूनतम 14,000 रुपये निवेश करने होंगे। वहीं, अधिकतम 13 लॉट्स के लिए निवेश किया जा सकता है। इसके लिए 1,92,400 रुपये खर्च करने होंगे।
ग्रे मार्केट में एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज का शेयर प्रीमियम के साथ ट्रेड कर रहा है। बुधवार सुबह ग्रे मार्केट में यह शेयर 71 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड करता दिखाई दिया। इस तरह अपर प्राइस बैंड के आधार पर यह शेयर 811 रुपये पर लिस्ट हो सकता है, जो 9.59 फीसदी का मुनाफा है। इस आईपीओ में शेयरों का अलॉटमेंट 30 जून को होगा। वहीं, 2 जुलाई को शेयरों की लिस्टिंग होगी।
कंपनी के शेयरहोल्डिंग पैटर्न की बात करें, तो प्रमोटर एंड प्रमोटर ग्रुप की हिस्सेदारी 94.32 फीसदी है। यह हिस्सेदारी आईपीओ के बाद घटकर 74.19 फीसदी रह जाएगी। कंपनी में पब्लिक शेयरहोल्डिंग इस समय 5.44 फीसदी है। यह आईपीओ के बाद बढ़कर 25.81 फीसदी हो जाएगी।
एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज की नेटवर्थ लगातार बढ़ रही है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी की नेटवर्थ 10,436 करोड़ रुपये थी। यह बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में 12,802 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2025 में 14,936 करोड़ रुपये हो गई। कंपनी की इनकम वित्त वर्ष 2023 में 12,402 करोड़ रुपये थी। यह वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर 14,171 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2025 में 16,300 करोड़ रुपये हो गई। कंपनी के कुल एसेट्स की बात करें, तो ये वित्त वर्ष 2023 में 70,050 करोड़ रुपये के थे, जो वित्त वर्ष 2024 में 92,556 करोड़ रुपये के और वित्त वर्ष 2025 में 1,08,663 करोड़ रुपये के हो गए। वहीं, कंपनी की उधारी वित्त वर्ष 2023 में 54,865 करोड़ रुपये की थी, जो 2024 में 74,330 करोड़ रुपये और 2025 में 87,397 करोड़ रुपये की हो गई।
एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज की पूरे भारत में मौजूदगी है। यह कंपनी पर्सनल लोन, गोल्ड लोन और SMEs को लोन देती है। इसकी 1200 शहरों में 1700 से ज्यादा ब्रांच हैं। कंपनी के पास 1.9 करोड़ से अधिक ग्राहक हैं। कंपनी का नेट एनपीए 1.38 फीसदी है। इस तरह इसकी एसेट क्वालिटी भी अच्छी है। आईपीओ में शेयर प्राइस पर कंपनी की वैल्यूएशन बुक वैल्यू की 3.7 गुना है। एसबीआई सिक्योरिटीज, वेंचुरा सिक्योरिटीज और आनंद राठी जैसे ब्रोकरेज हाउसेज ने इस आईपीओ के लिए 'सब्सक्राइब' रेटिंग दी है। इनका कहना है कि कंपनी को एचडीएफसी बैंक का नाम जुड़ा होने से फायदा होगा। ब्रोकरेज हाउसेज के अनुसार, कंपनी के फंडामेंटल मजबूत है और आगे ग्रोथ की उम्मीद है।