
अगर सही तरीके से प्लानिंग की जाए तो लंबी अवधि में बड़ा कॉर्पस बना सकते हैं (PC: Canva)
आप घर खरीदने की सोच रहे हैं, आपके पास 1 करोड़ रुपये हैं, तो आप क्या करेंगे. पूरे एक करोड़ रुपये का घर खरीद लेंगे, क्या ये समझदारी होगी. शायद नहीं, क्योंकि इतनी बड़ी रकम किसी एक एसेट क्लास में ही फंसाना फाइनेंशियल वर्ल्ड में समझदारी नहीं कही जाती.
आप अगर स्मार्ट तरीके से इस 1 करोड़ रुपये का इस्तेमाल करेंगे तो आप घर भी खरीद पाएंगे और 65 लाख रुपये की बचत भी कर पाएंगे. ये कोई ट्रिक नहीं है, बल्कि फाइनेंशियल प्लानिंग का एक तरीका है. जो आप अपनी जरूरत और जोखिम के हिसाब से तय कर सकते हैं.
1 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी को खरीदने के लिए हम पूरा 1 करोड़ रुपये नहीं लगाएंगे, बल्कि एक हिस्सा डाउन पेमेंट के तौर पर देंगे और बाकी होम लोन लेंगे. मान लीजिए कि आपने 50 लाख रुपये का डाउनपेमेंट कर दिया, बाकी 50 लाख रुपये का लोन 8% की दर से 25 साल के लिए लिया है. तो देखिए कैलकुलेशन
| प्रॉपर्टी की कीमत | 1 करोड़ रुपये |
| डाउन पेमेंट | 50 लाख रुपये |
| होम लोन | 50 लाख रुपये (8% पर 25 साल के लिए) |
| EMI | 38,591 रुपये |
हमने 50 लाख रुपये का डाउन पेमेंट किया है. बाकी 50 लाख रुपये हमारे पास अब भी पड़े हैं. इस रकम को हम म्यूचुअल फंड में निवेश कर देंगे अगले 25 साल के लिए. 25 साल बाद आपके जो रकम होगी. मान लेते हैं 12% के औसत रिटर्न से, जो कि बाजार की परिस्थितियों के हिसाब से कम या ज्यादा हो सकता है.
| MF निवेश | 50 लाख रुपये |
| कुल रिटर्न | 8 करोड़ रुपये |
| कुल वैल्यू | 8.50 करोड़ रुपये |
यानी 50 लाख रुपये की कुल रकम जो आपने एकमुश्त निवेश की थी, वो 25 साल बाद उसकी वैल्यू 8.5 करोड़ रुपये हो चुकी है. याद रहे कि ये रकम बाजार की आदर्श परिस्थितियों के आधार पर 12% के रिटर्न पर कैलकुलेट की गई है, ये रकम 8.5 करोड़ रुपये ही हो, जरूरी नहीं है. ये सिर्फ अनुमान हैं. अगर ये रिटर्न 8-10% रहा तो रिटर्न 4-5 करोड़ रुपये हो जाएगा. इसलिए इस रिटर्न को फिक्स्ड मानकर कतई न चलें.
अब देखिए- यहां 50 लाख के डाउनपेमेंट और 50 लाख के होम लोन की कुल लागत 1.65 करोड़ रुपये पड़ती है. इसमें होम लोन की लागत 1.15 करोड़ रुपये है.
| होम लोन की लागत | 1.15 करोड़ रुपये |
| कुल लागत | DP + होम लोन (50 लाख + 1.15 करोड़) |
| कुल लागत | 1.65 करोड़ रुपये |
याद रहे कि होम लोन की लागत 1.15 करोड़ रुपये में मूलधन और ब्याज दोनों ही शामिल होता है. इसमें 50 लाख रुपये मूलधन है और 65 लाख रुपये ब्याज का हिस्सा है. अब हमें ये जानना है कि ब्याज के मामले में हम कितना फायदे में रहे तो - देखिए कैलकुलेशन
म्यूचुअल फंड से मिला रिटर्न - होम लोन में दिया ब्याज = फायदा
8 करोड़ - 65 लाख = 7.35 करोड़ रुपये.
यानी म्यूचुअल फंड से मिलने वाली ग्रोथ, होम लोन के ब्याज से करीब 7.35 करोड़ रुपये ज़्यादा बैठती है. मोटे तौर पर ये मान सकते हैं कि अंत में आप 7.35 करोड़ रुपये के कॉर्पस पर बैठे होंगे. तो आपने देखा कि कैसे एक छोटे से बदलाव ने आपका होम लोन भी चुकता कर दिया और भविष्य के लिए एक कॉर्पस भी इकट्ठा हो गया.
हालांकि हमने इसमें ये कैलकुलेट नहीं किया है कि अगर आपने पूरे एक करोड़ रुपये का फ्लैट ही खरीद लिया होता तो 25 साल बाद उस फ्लैट की कीमत क्या होती. क्या उसकी वैल्यू 8 या 8.5 करोड़ रुपये होती. आप क्या सोचते हैं इस बारे में, जरूर बताएं.
डिस्क्लेमर: बताई गई कैलकुलेशन सिर्फ अनुमानों के आधार पर है. निवेश का कोई भी फैसला अपने निवेश सलाहकार से चर्चा के बाद ही करें.
Updated on:
23 Dec 2025 03:30 pm
Published on:
23 Dec 2025 03:27 pm
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