जुलाई से फिर पकड़ेगी रफ्तार-
गोल्डमैन सैश ने इसके साथ 2021 में आमदनी में बढ़ोतरी के अनुमान को 27 फीसदी से घटाकर 24 फीसदी कर दिया है। ब्रोकरेज का अनुमान है कि अंकुशों में ढील और टीकाकरण की रफ्तार बढऩे के बाद जुलाई से पुनरुद्धार फिर शुरू होगा। भारत में कोविड के मामले रोजाना नए रेकॉर्ड पर पहुंच रहे हैं। साथ ही विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन भी लगातार बढ़ रहा है।
शेयर बाजार में भी भरोसे का संकट –
नो ट में कहा गया है कि भरोसे का संकट शेयर बाजार में भी दिख रहा है। निफ्टी में सोमवार को अकेले 3.5 फीसदी का नुकसान हुआ। गोल्डमैन सैश ने दूसरी यानी जून तिमाही के ग्रोथ के अनुमान को कम किया है। हालांकि उसने इसका कोई आंकड़ा नहीं दिया है।
मूडीज का अनुमान-
आर्थिक सुधार को कर सकती कमजोर-
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विसेज ने मंगलवार को कहा कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर वित्त वर्ष 22 के लिए 13.7 फीसदी के ग्रोथ पूर्वानुमान के लिए जोखिम पैदा करती है, क्योंकि वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए उपायों को फिर से लागू करने से आर्थिक गतिविधि पर अंकुश लगेगा और बाजार व कंज्यूमर सेंटीमेंट्स को धक्का लग सकता है। दूसरी लहर को रोकने के लिए अप्रेल अंत तक सरकार की ओर से उठाए गए कदमों से आर्थिक सुधार कमजोर हो सकता है। हालांकि रोकथाम के उपायों और टीकाकरण में प्रगति से क्रेडिट-निगेटिव प्रभाव को कम किया जा सकेगा।