24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Pakistan को टाटा बाय-बाय कह रही Microsoft, क्या इतना बेकार है माहौल? इकोनॉमी को लगेगा झटका

Microsoft Quits Pakistan: दुनिया की दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट पाकिस्तान छोड़ रही है। 25 साल पहले साल 2000 में माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान में अपना परिचालन शुरू किया था।

2 min read
Google source verification

भारत

image

Pawan Jayaswal

Jul 05, 2025

Microsoft Quits Pakistan

25 साल परिचालन करने के बाद माइक्रोसॉफ्ट अब पाकिस्तान छोड़ रहा है। (PC: Pixabay/Microsoft)

कर्ज में डूबे पाकिस्तान की इकोनॉमी को एक और झटका लगा है। दुनिया की दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट कथित रूप से पाकिस्तान छोड़ रही है। साल 2000 में पाकिस्तान में माइक्रोसॉफ्ट को लॉन्च करने वाले जव्वाद रहमान ने एक लिंक्डइन पोस्ट में यह जानकारी दी है। 25 साल तक पाकिस्तान में काम करने के बाद माइक्रोसॉफ्ट का यूं देश छोड़ना बड़े सवाल खड़े कर रहा है। सवाल ये भी उठ रहे हैं कि क्या पाकिस्तान मल्टीनेशनल कंपनियों के लिए सेफ जगह नहीं है?

कंपनी कुछ वर्षों से घटा रही थी अपना स्टाफ

माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि वह पिछले कुछ वर्षों से पाकिस्तान में अपना स्टाफ और परिचालन घटा रही थी। अब कंपनी पूरी तरह से पाकिस्तान से बाहर जा रही है। हालांकि, कंपनी ने अभी इसका औपचारिक रूप से पब्लिक अनाउंसमेंट नहीं किया है। टेक रडार की एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में माइक्रोसॉफ्ट का ऑपरेशन बंद हो गया है और सिर्फ एक ऑफिस बचा है, जहां 5 लोग काम कर रहे हैं।

एंड ऑफ एन ऐरा…

'एंड ऑफ एन ऐरा… माइक्रोसॉफ्ट पाकिस्तान' टाइटल वाली अपनी पोस्ट में रहमान ने लिखा, 'आज मुझे पता चला कि माइक्रोसॉफ्ट आधिकारिक रूप से पाकिस्तान में अपना परिचालन बंद कर रहा है। आखिर के कुछ बचे हुए कर्मचारियों को औपचारिक रूप से यह जानकारी दी गई है। इसी के साथ एक युग खत्म हो गया है। पूरे 25 साल पहले जून 2000 में मुझे माइक्रोसॉफ्ट पाकिस्तान को लॉन्च करने और लीड करने का सम्मान मिला था।' उन्होंने आगे लिखा कि माइक्रोसॉफ्ट का पाकिस्तान छोड़ने का फैसला सोचने को मजबूर करता है।

कॉरपोरेट एग्जिट से काफी अधिक है यह फैसला

रहमान ने आगे लिखा, 'यह एक कॉरपोरेट एग्जिट से काफी अधिक है। यह इस बात का बड़ा संकेत है कि हमारे देश में किस तरह का एनवायर्नमेंट क्रिएट हुआ है…. जहां माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज वैश्विक कंपनी रुकना सही नहीं समझती है।' उन्होंने आगे कहा कि अब यह पूछने का समय आ गया है कि पाकिस्तान में ऐसा क्या बदल गया है कि ग्लोबल कंपनी देश छोड़ रही है। उन्होंने कहा, "हमें जरूर पूछना चाहिए: क्या बदला है? हमने क्या खो दिया है? उन वैल्यूज, लीडरशिप और विजन का क्या हो गया जिनसे पहले यह संभव हुआ था।" रहमान ने आगे कहा, 'अल्लाह जिसे चाहे उसे इज्जत और मौके देता है… और जिससे चाहे उससे वापस भी ले सकता है, खासकर जब कोई इनकी कद्र करना भूल जाए।'

190 से ज्यादा देशों में है माइक्रोसॉफ्ट का कामकाज

माइक्रोसॉफ्ट का कामकाज दुनिया के 190 से ज्यादा देशों में फैला हुआ है। यह दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक है। माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड कंप्यूटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सिक्योरिटी, सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर जैसे कई सेक्टर्स में दुनिया की टॉप कंपनी मानी जाती है। विंडोज, ऑफिस, ऐज जैसे माइक्रोसॉफ्ट के प्रोडक्ट्स पूरी दुनिया में यूज होते हैं। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति डॉ आरिफ अलवी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा है कि माइक्रोसॉफ्ट का पाकिस्तान से जाने का फैसला देश के आर्थिक भविष्य के लिए एक चिंता की बात है।