21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Adani Group को दिए लोन पर RBI ने दी सफाई, सुप्रीम कोर्ट पहुंचा हिंडनबर्ग रिपोर्ट का मामला

Adani Group को दिए गए लोन पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सफाई देते हुए कहा है कि बैंकिंग क्षेत्र लचीला और स्थिर बना हुआ है। फाइनैंसिएयल स्टैबिलिटी के लिए RBI बैंकिंग क्षेत्र और निजी बैंकों पर निरंतर निगरानी करता रखता है। इसके साथ ही यह मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है।

2 min read
Google source verification
rbi-s-clarification-on-the-loan-given-to-adani-group-said-the-country-s-banking-system-is-very-flexible-and-stable.png

RBI's clarification on the loan given to Adani Group, said- the country's banking system is very flexible and stable

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद Adani Group के शेयर और मार्केट कैप में लगातार गिरावट जारी है। कांग्रेस सहित कई विपक्षी पार्टियां सदन में इस मुद्दे को उठाते हुए जांच की मांग कर रही हैं। इसके साथ ही Adani Group को दिए गए लोन के मुद्दे पर कई कांग्रेसी नेताओं ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) पर निशाना साधा है। इसी बीच आज rbi ने बयान जारी करते हुए इस मुद्दे पर सफाई दी है। RBI ने कहा कि "ऐसी मीडिया रिपोर्टें आई हैं जिनमें एक व्यावसायिक ग्रुप के लिए भारतीय बैंकों के जोखिम के बारे में चिंता व्यक्त की गई है। नियामक और पर्यवेक्षक के रूप में RBI वित्तीय स्थिरता बनाए रखने की दृष्टि से बैंकिंग क्षेत्र और निजी बैंकों पर निरंतर निगरानी रखता है। RBI के पास बड़े क्रेडिट (CRILC) डेटाबेस सिस्टम पर सूचना का एक केंद्रीय भंडार है जहां बैंक अपने 5 करोड़ रुपए और उससे अधिक के जोखिम की रिपोर्ट करते हैं जिसका यूज निगरानी उद्देश्यों के लिए किया जाता है।"

इसके साथ ही RBI ने कहा कि "वर्तमान मूल्यांकन के अनुसार बैंकिंग क्षेत्र लचीला और स्थिर बना हुआ है। पूंजी पर्याप्तता, परिसंपत्ति गुणवत्ता, तरलता, प्रावधान कवरेज और लाभप्रदता से संबंधित विभिन्न मानदंड स्वस्थ हैं। बैंक RBI द्वारा जारी बड़े एक्सपोजर फ्रेमवर्क(LEF) दिशानिर्देशों के अनुपालन में भी हैं। RBI सतर्क रहता है और भारतीय बैंकिंग क्षेत्र की स्थिरता की निगरानी करता रखता है।"


सुप्रीम कोर्ट पहुंचा हिंडनबर्ग रिपोर्ट का मामला

Adani Group के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च फंर्म की रिपोर्ट का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के खिलाफ जनहित याचिका दाखिल की गई है। इस याचिका के माध्यम से हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक शॉर्ट सेलर्स नाथन एंडरसन और उनकी भारतीय संस्थाओं के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वकील एमएल शर्मा ने ये जनहित याचिका दाखिल की है, जिसमें उन्होंने लाखों निर्दोष निवेशकों का शोषण करने और उन्हें ठगने का आरोप लगाया है।

महाघोटाले के कारण करोड़ो रूपए डूबे: जयराम रमेश
कांग्रेस पार्टी लगातार इस मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोमवार तक संसद स्थगित होने के बाद ट्वीट करते हुए कहा कि संसद सोमवार तक के लिए स्थगित हो गई क्योंकि विपक्ष PM से जुड़े Adani मुद्दे पर JPC की मांग कर रहा है,जिसके कारण करोड़ों भारतीयों की बचत खतरे में है। सरकार कह रही है कि सांसद जनता के पैसे की बर्बादी कर रहे हैं। इस महाघोटाले से पिछले कुछ दिनों में लोगों के करोड़ों रुपए डूबे,उसका क्या?"

कहां हैं SEBI, ED, ROC, SFIO? : कांग्रेस
कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए कहा कि "Dow Jones ने Adani को सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स से हटा दिया है। दुनिया भर में अदाणी के खिलाफ कार्रवाई हो रही है, लेकिन PM मोदी खामोश हैं। SEBI, ED, ROC, SFIO कहां हैं? हमारी सरकार कब कार्रवाई करेगी?"
यह भी पढ़ें: 'जिंदगी के साथ थी अब अदाणी के साथ है', कांग्रेस बोली- LIC के पॉलिसी होल्डर्स व SBI के खाताधारकों को धोखा न दे सरकार

यह भी पढ़ें: Adani Group को Fitch ने दी खुशखबरी, निवेशकों-पूंजी और संकट के असर को लेकर कही ये बड़ी बात