27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Wholesale Inflation: बड़ी राहत! 21 महीने बाद पहली बार निगेटिव आई थोक महंगाई, जानिए क्या-क्या हो गया सस्ता

Wholesale inflation: खाद्य वस्तुओं की कीमतें गिरने से जून महीने की थोक महंगाई में गिरावट दर्ज हुई है। जून के महीने में खाद्य वस्तुओं की महंगाई -0.26 फीसदी रही है।

2 min read
Google source verification

भारत

image

Pawan Jayaswal

Jul 14, 2025

Wholesale inflation

जून महीने में थोक महंगाई में काफी गिरावट आई है। (Pixabay)

महंगाई के मोर्चे पर राहत भरी खबर है। भारत में थोक महंगाई दर 21 महीने के निचले स्तर पर आ गई है। होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) बेस्ड महंगाई दर अक्टूबर 2023 के बाद से पहली बार निगेटिव में दर्ज हुई है। जून 2025 में भारत की थोक महंगाई दर -0.13 फीसदी रही है। वाणिज्य मंत्रालय ने सोमवार को ये आंकड़े जारी किये हैं। इससे पहले थोक महंगाई मई में 0.39%, अप्रैल में 0.85%, मार्च में 2.25%, फरवरी में 2.38% और जनवरी में 2.51% पर रही थी। महंगाई दर का यह आंकड़ा उम्मीद से कम रहा है। अर्थशास्त्रियों ने जून में थोक महंगाई के 0.52 फीसदी पर रहने का अनुमान जताया था।

खाद्य वस्तुएं सस्ती होने से घटी महंगाई

फूड, नॉन-फूड मैन्यूफैक्चरिंग, फ्यूल और पावर सेगमेंट की कीमतों में गिरावट से ओवरऑल थोक महंगाई में यह गिरावट आई है। जून में थोक महंगाई में आई इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह खाद्य वस्तुओं की कीमतों में गिरावट आना है। जून महीने में फलों व सब्जियों, दालों, अनाजों, मसालों और खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट आई है। दूसरी तरफ फ्यूल और पावर की कीमतों में भी गिरावट आई है।

खाद्य महंगाई -0.26% रही

होलसेल प्राइस इंडेक्स में खाद्य कीमतों की 24.38 फीसदी हिस्सेदारी होती है। जून के महीने में खाद्य वस्तुओं की महंगाई -0.26 फीसदी रही है। यह अप्रैल में 3.30 फीसदी और मई में 1.72 फीसदी रही थी।

क्या-क्या हुआ सस्ता
फल व सब्जियां
दालें
अनाज
मसाले
खाद्य तेल
फ्यूल
इलेक्ट्रिसिटी
कच्चा माल
मैन्यूफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स

फ्यूल एंड पावर की महंगाई 13.15% रही

फ्यूल एंड पावर की महंगाई की कुल थोक महंगाई में 13.15 फीसदी हिस्सेदारी होती है। यह महंगाई जून में -2.65 फीसदी रही। इससे पहले यह मई में -2.27 फीसदी और अप्रैल में -3.76 फीसदी रही थी।

प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई

प्राइमरी आर्टिकल्स की कुल थोक महंगाई में 22.62 फीसदी हिस्सेदारी होती है। इस कैटेगरी में कच्चा माल और अनप्रोसेस्ड सामान आता है। इसमें आमतौर पर एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स, मिनरल्स और क्रूड पेट्रोलियम होता हैं। प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई जून में घटकर -3.38 फीसदी रह गई है। मई में यह -2.02 फीसदी थी। वहीं, अप्रैल में -0.91 फीसदी थी।

मैन्यूफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की महंगाई

मैन्यूफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की महंगाई में भी गिरावट दर्ज हुई है। कुल थोक महंगाई में इसकी सबसे अधिक 64.23 फीसदी हिस्सेदारी होती है। इस कैटेगरी में मुख्य रूप से मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में उत्पादित सामान होते हैं। यह महंगाई जून में गिरकर 1.97 फीसदी रह गई है। मई में यह 2.04 फीसदी थी और अप्रैल में 2.62 फीसदी रही थी।