अधिकांश युवा सफल उद्यमी बनने का सपना देखते हैं, लेकिन जिन्हें बड़ा व्यापारिक साम्राज्य विरासत में मिला है, वे इसे संभालने और आगे बढ़ाने में कम रुचि दिखा रहे हैं। एचएसबीसी के हालिया सर्वे के अनुसार, पारिवारिक व्यवसायों में युवाओं की दिलचस्पी घट रही है। भारत में केवल 7% युवा ही पारिवारिक व्यवसाय को संभालने की जिम्मेदारी को अपनी बाध्यता मानते हैं। यह दर्शाता है कि अधिकांश युवा उत्तराधिकारी पारिवारिक उद्यमों के बजाय नए अवसरों की तलाश में रुचि रखते हैं, जिससे भारतीय औद्योगिक घराने उत्तराधिकार के संकट से जूझ रहे हैं।
सर्वे के अनुसार, भारत में 83% बिजनेस घरानों के युवा पारिवारिक व्यवसाय के बाहर नए अवसर तलाश रहे हैं।
ब्रिटेन: 83%
फ्रांस: 78%
अमेरिका: 78%
चीन: 77%
सिंगापुर: 73%
पारिवारिक व्यवसाय सौंपने की इच्छा: भारत में 88% उद्यमी अपने कारोबार को परिवार के सदस्यों को सौंपना चाहते हैं। अन्य देशों में यह आंकड़ा इस प्रकार है:
चीन: 83%
ब्रिटेन: 82%
फ्रांस: 77%
अमेरिका: 72%
ताइवान: 66%
हालांकि 88% भारतीय उद्यमी अपने बच्चों को व्यवसाय सौंपना चाहते हैं, लेकिन 45% को विश्वास नहीं है कि उनके बच्चे इस जिम्मेदारी को संभालेंगे। यह उत्तराधिकार को लेकर भरोसे और वास्तविकता के बीच बड़े अंतर को दर्शाता है।
यह सर्वे कम से कम 20 लाख डॉलर की निवेश योग्य संपत्ति वाले 200 बिजनेस परिवारों पर किया गया। इसके नतीजे बताते हैं कि उत्तराधिकारियों की कम रुचि के बावजूद 77% भारतीय बिजनेसमैन अपने कारोबार को बच्चों को सौंपने के इच्छुक हैं।
प्रख्यात बैंकर उदय कोटक ने भी इस चुनौती की ओर ध्यान आकर्षित किया था। उन्होंने कहा था कि अगली पीढ़ी में व्यवसाय शुरू करने और उसे आगे बढ़ाने का उत्साह कम हो रहा है। बहुत कम युवा व्यवसाय निर्माण और संचालन के प्रति उत्साहित हैं। एचएसबीसी की रिपोर्ट इस रुझान की पुष्टि करती है।
Updated on:
22 May 2025 10:38 am
Published on:
22 May 2025 10:10 am