
(Photo Source: pminternship)
केंद्र सरकार प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना का दायरा बढ़ाने की तैयारी कर रही है। अब तक इस योजना में देश की टॉप-500 कंपनियां शामिल हैं, लेकिन अब सरकार उन सभी कंपनियों को इसमें शामिल करने की योजना बना रही है, कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के तहत काम करती हैं। इससे अधिक युवाओं को इंटर्नशिप का मौका मिलेगा। इसके लिए मंत्रालय कैबिनेट के लिए प्रस्ताव तैयार कर रहा है। सीएसआर पोर्टल के अनुसार, वर्ष 2022-23 में 24,392 कंपनियां कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व संबंधी कार्यों में लगी हुई थीं। जल्द ये कंपनियां भी योजना में शामिल हो सकती हैं। फिलहाल सरकार ने इस योजना को स्वैच्छिक बनाया है यानी टॉप 500 कंपनियां अपनी स्वेच्छा से इस योजना को अपना सकती हैं। अन्य कंपनियों को इस परियोजना में भागीदार बनने के लिए कॉरपोरेट मंत्रालय से अनुमति लेना आवश्यक है।
साथ ही इस योजना में शामिल होने की उम्र सीमा को भी कम किया जा सकता है। अभी यह योजना 21 से 24 साल के युवाओं के लिए है, लेकिन अब औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) और पॉलिटेक्निक से पास होने वाले युवाओं को भी मौका दिया जाएगा। इससे ज्यादा से ज्यादा युवाओं को कौशल विकास का फायदा मिलेगा। सरकार का यह कदम विशेष रूप से टीयर-2 और टीयर-3 यानी छोटे शहरों में रहने वाले छात्रों के लिए ज्यादा लाभकारी होगा।
> छात्रों को पढ़ाई के साथ कामकाज का अनुभव मिलता है।
> हर महीने 5,000 रुपए की स्टाइपेंड मिलता है।
> एकमुश्त 6,000 रुपए की वित्तीय सहायता भी मिलती है।
> जीवन बीमा और दुर्घटना बीमा का कवरेज मिलता है।
> कुछ कंपनियां अतिरिक्त बीमा भी देती हैं।
योजना को अभी तक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया है। पहले चरण में 1.27 लाख और दूसरे चरण में 1.15 लाख इंटर्नशिप के प्रस्ताव दिए गए। इस योजना के तहत 28,000 छात्रों ने अब तक टॉप 500 कंपनियों में इंटर्नशिप के प्रस्ताव मिले, हालांकि अब तक केवल 8700 छात्र ही इंटर्नशिप में शामिल हुए हैं।
Published on:
22 May 2025 08:42 am
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