
car engine oil
नई दिल्ली: कार खरीदना आजकल काफी आसान हो गया है हर कोई कार चलाता नजर आता है लेकिन इसके बावजूद लोगों की इस मशीन के बारे में जानकारी बेहद कम है। स्पेशली अगर बात हो कार में पड़ने वाले अलग-अलग ऑइल्स की। दरअसल कार चलाने वालों को लगता है कि कार में पड़ने वाले सारे फ्ल्यूड्स एक ही होते हैं लेकिन ऐसा नहीं है । कार में पड़ने वाले फ्लयूड्स कार के पार्ट्स के हिसाब से होते हैं । इसीलिए इन पार्ट्स में इनके लिए निर्धारित ऑयल ही डालने चाहिए।
अलग-अलग होते ये ऑइल-
पावर स्टीयरिंग फ्लयूड देखने में ब्रेक फ्ल्यूड जैसा ही लगता है और कई बारगी लोग इसे एक जैसे टेक्सचर की वजह से दोनों में से किसी एक को बदलते वक्त, लोग दूसरे को थोड़ा खाली देखते हैं तो टॉप-अप कर देते हैं। इस गलती की वजह से उन्हें हजारो रूपए का नुकसान हो सकता है। क्योंकि पावर स्टीयरिंग ऑइल अगर ब्रेक सिस्टम में चला गया तो ब्रेक फेल होना तय है। इस वजह से एबीएस भी बदलवाना पड़ सकता है।
इस लाइट के जलने पर बंद कर दें गाड़ी-
'लो ऑइल प्रेशर' के वक्त हर कार में वॉर्निंग लाइट ऑन हो जाती है। इसका मतलब है तेजी से ऑइल प्रेशर कम हुआ है। ऐसा होने पर तुरंत कार को बंद कर देना चाहिए । क्योंकि कई बार लीक होने की वजह से ये लाइट जल जाती है और बिना ऑइल के कार चलती रहे तो चंद मिनट में इंजन बर्बाद हो सकता है।
हमेशा अच्छा ऑयल इस्तेमाल करें-
कुछ पैसे बचाने के चक्कर में लोग कई बार सस्ता ऑयल डलवा लेते हैं। लेकिन ये सही नहीं है। कार के ऑइल को यूजर मैन्युअल से जानना होगा और उसी का उपयोग करना होगा। क्योंकि इसी पर कार का पिकअप माइलेज और स्पीड डिपेंड करती है।
Published on:
09 Nov 2019 12:20 pm
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