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बरहनी ब्लाक प्रमुख की कुर्सी को लेकर सपाईयों बढ़ी धुक-धुकी, हाईकोर्ट के फैसले का इंतजार

सपा को लग सकता है एक और झटका

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chandauli

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चंदौली. विकास खंड बरहनी के ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वाश प्रस्ताव पर शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच 52 क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने मतदान किया। हालांकि, मतों की गिनती इलाहाबाद हाई केर्ट के अगले आदेश के बाद की जानी है।

गौरतलब है कि बरहनी ब्लाक के क्षेत्र पंचायत सदस्य गुड्डू गुप्ता द्वरा सपा नेता ब्लाक प्रमुख रामानंद यादव के खिलाफ 52 क्षेत्र पंचायत सदस्यों का हलफनामा प्रस्तुत करने के साथ ही 49 सदस्यों की परेड कराने बाद अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। जिसके बाद जिलाधिकारी ने अविश्वाश प्रस्ताव पर चर्चा के साथ ही शनिवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और मतदान की तिथि निर्धारित किया था। बरहनी ब्लाक में कुल 91 क्षेत्र पंचायत सदस्य है।

वहीं दूसरी ओर अविश्वाश प्रस्ताव पर वर्तमान ब्लाक प्रमुख रामानंद यादव मामले को लेकर इलाबाद हाईकोर्ट चले गए और एक याचिका दायर कर दी। जिसका हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए मतों की गिनती पर अगले आदेश तक रोक लगा दी। मामले में अगली सुनवाई 5 फरवरी को होनी है। जिसके बाद साफ हो पाएंगा कि मतों की गिनती कब होगी। हांलांकि शनिवार चर्चा के बाद 53 क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने मतदान किया। मतदान के बाद बाक्स को सील कर पुलिस सुरक्षा मे जिला के कोषागार में मतगणना तक सुरक्षित रख दिया गया।

आपको बता दें कि, वर्तमान ब्लाक प्रमुख रामानंद यादव पूर्व सपा जिलाध्यक्ष बलिराम यादव के छोटे भाई हैं जो शिवपाल यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं। लोगों का कहना है कि जिन्होंने सपा के शासनकाल में राजनीतिक गोटी फिट कर अपने छोटे भाई रामानंद सिंह यादव को प्रमुख की कुर्सी पर बैठा दिया। वहीं प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद ब्लाक प्रमुख की कुर्सी को लेकर एक बार फिर खींचतान शुरू हो गई।

जिसमें अहम भूमिका सैयदराजा से बीजेपी विधायक सुशील सिंह व महेंद्र सिंह की मानी जा रही है। वहीं जानकारों का कहना है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला रामानंद के खिलाफ हुआ तो मामला पूरी तरह से उनके हाथ से निकल जाएगा और सपा को एक और झटका लग सकता है। हालांकि सब की नजर अब हाईकोर्ट के अगले आदेश पर है।


जिलाधिकारी हेमन्त कुमार ने बताया कि अविश्वाश प्रस्ताव आने के बाद कराए गए मतदान के बाद मत पेटियों को जिला कोषागार में सुरक्षित रख दिया गया है। मतों की गिनती हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही की जाएंगी।


एसपी सन्तोष कुमार सिंह ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव पर हो रहे मतदान के लिए सुरक्षा के लिए दो एडीशनल एसपी , छः थानो के प्रभारी सहित 50 कांस्टेबल व एक प्लाटून पीएसी मौजूद रहे ।जिससे कानून व्यवस्था की कड़े इंतजाम किए गए ताकि शान्ति पूर्वक ब्लाक प्रमुख पर अविश्वास प्रस्ताव पर हो रहे मतदान संपन्न हो सके।