
,,चंदौली के नौबतपुर में निर्माणधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज का मॉडल
सैयदराजा के पूर्व सपा विधायक मनोज सिंह डब्लू इन दिनों तेवर में नजर आ रहे हैं। केंद्र की मोदी सरकार के नौ साल पुरे होने के उपलक्ष्य में चलाये जा रहे अभियान पर पलटवार करते हुए पूर्व सपा विधायक द्वारा पोल खोल अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत जिले नौ बड़े मामलों को लेकर पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्ल्यू बीजेपी की प्रदेश सरकार जिले के बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री सहित बीजेपी विधायकों पर लगातार हमला बोल रहे हैं। पॉलिटेक्निक कॉलेज, काला चावल के बाद पूर्व विधायक ने नौबतपुर में बन रहे मेडिकल को लेकर बीजेपी सरकार पर जिले की जनता को धोखा देने का बड़ा आरोप लगाया है।
पीपीपी मॉडल पर प्रदेश सरकार चलाना चाहती है चंदौली का मेडिकल कॉलेज
गुरुवार को पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्ल्यू ने नौबतपुर में बन रहे राजकीय मेडिकल कॉलेज का जायजा लिया। इस दौरान पूर्व विधायक ने बड़ा खुलासा कर जिले की जनता को चौंका दिया। मनोज सिंह डब्ल्यू ने दावा किया कि चंदौली के नौबतपुर में बन रहा मेडिकल कॉलेज राजकीय नहीं स्वशासी मेडिकल कॉलेज है। निर्माण स्थल पर राजकीय मेडिकल कॉलेज का बोर्ड लगाकर जिला प्रशासन जनता को भ्रमित कर रहा है। क्योंकि कागजों पर कॉलेज से संबंधित सभी कार्यवाईयों में इसके नाम में स्वशासी जोड़ा गया है। यानि इसे पीपीपी मॉडल पर चलाने की प्रदेश सरकार की योजना है।
मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य के खिलाफ पूर्व सपा विधायक ने दी तहरीर
पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू मेडिकल कॉलेज के निरिक्षण के बाद सैयदराजा थाने पहुंचे और बाबा कीनाराम स्वशासी मेडिकल कॉलेज की नोडल प्रधानाचार्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने के लिए सैयदराजा थाने तहरीर दी। जिससे मेडिकल कॉलेज को लेकर जनपद चंदौली में एक बार फिर राजनीति गर्मा गई। उन्होंने चंदौली की सम्मान की लड़ाई में सहयोग के लिए संघर्षशील अधिवक्ता साथियों के साथ ही आमजन का सहयोग मांगा हैं। ताकि प्रदेश बीजेपी सरकार, चंदौली के सांसद और सैयदराजा के विधायक के इस धोखेबाजी को सामने लाया जा सके।
मेडिकल कॉलेज में चंदौली के गरीब छात्रों के पढ़ने का सपना रह जायेगा अधूरा
सैयदराजा के पूर्व विधायक ने कहा कि भाजपा सरकार ने चंदौली मेडिकल कालेज का स्थान बदलकर माधोपुर से नौबतपुर करने के साथ ही उसका नाम बाबा कीनाराम स्वशासी मेडिकल कालेज कर दिया। मतलब इसके संचालन से शासन का कोई लेना देना नहीं रहेगा। ऐसे में चंदौली के छात्रों का दाखिला होगा तो उन्हें 10 से 20 हजार की जगह 20 लाख तक की फीस देनी होगी। वहीं पीपीपी माडल पर संचालन के साथ ही यह फीस करोड़ों तक पहुंच जाएगी। इस कारण मेडिकल कालेज में चंदौली के गरीब छात्रों का मेडिकल की पढ़ाई करने का सपना अधूरा रह जाएगा।
चंदौली के विकास पुरुष पं कमलापति त्रिपाठी के नाम को मिटाने की हो रही साजिश
पूर्व सपा विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा कि चंदौली के विकास पुरुष पं कमलापति त्रिपाठी के नाम से जिला अस्पताल का संचालन होता था। जिसे बाबा कीनाराम स्वशासी मेडिकल कालेज में समाहित कर दिया गया है। मतलब ये कि जिला अस्पताल से अब उनके नाम को भी मिटा दिया गया है। यहां भी ईलाज के नाम पर जनता की जेब काटने की योजना अंदरखाने में चल रही है। वह समय दूर नहीं जब दो रुपये की पर्ची की जगह 50 से 250 रुपये वसूले जाएंगे। सैयदराजा बीजेपी विधायक और बीजेपी सांसद को जनहित से जुड़े इस मुद्दे से कोई लेना देना नहीं है। क्योकि ये बाहरी है और यह लोग अपना झोला उठाएंगे और जिले के बाहर चले जाएंगे।
Published on:
29 Jun 2023 09:20 pm
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