समर्थकों की अपील
सुब्बुलक्ष्मी जगदीशन के इस्तीफे के बाद कनिमोझी करुणानिधि को उप महासचिव के रूप में पदोन्नत किए जाने की संभावना को लेकर डीएमके हलकों में हलचल मची हुई है, लेकिन उनके समर्थकों का एक वर्ग चाहता है कि सांसद तभी इस पद को स्वीकार करें, जब उन्हें अपनी महिला शाखा के सचिव पद को बनाए रखने की अनुमति दी जाए। डीएमके के नियम के अनुसार, एक व्यक्ति केवल एक पार्टी का पद धारण कर सकता है।
उनके कुछ समर्थकों के अनुसार, यदि वह उप महासचिव का पद स्वीकार करती हैं, तो कनिमोझी को अपना महिला विंग का पद छोड़ना पड़ सकता है। सीएम की बहन के एक समर्थक ने कहा, महिला विंग के सचिव के रूप में उन्हें स्वतंत्र प्रभार प्राप्त है। वह विभिन्न पदों के लिए नियुक्तियां कर सकती हैं और महिला विंग के सदस्यों के लिए पार्टी टिकट के लिए लॉबी कर सकती हैं। उप महासचिव बिना किसी भूमिका या जिम्मेदारी के एक दिखावटी पद है।
जबकि महिला विंग के सदस्यों का एक वर्ग चाहता हैं कि कनिमोझी विंग का नेतृत्व करना जारी रखें। चेन्नई पूर्वी जिला इकाई के 84 वें वार्ड के प्रेसिडियम अध्यक्ष केके राजेंद्रन, जिन्होंने सीएम एमके स्टालिन को पत्र लिखकर कनिमोझी को उप महासचिव नियुक्त करने का आग्रह किया, ने बताया, उनकी पदोन्नति से डीएमके को महिला मतदाताओं तक पहुंचने में मदद मिलेगी क्योंकि वह महिला हैं। तमिलनाडु का राजनीतिक चेहरा भी।