
Part of the invention of IIT Madras hyperloop world class SpaceX
चेन्नई।आईआईटी मद्रास में शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में संस्थान के विद्यार्थियों द्वारा तैयार की गई तकनीक मीडिया के सामने प्रस्तुत किया गया। यह तकनीक परिवहन के क्षेत्र में एक नया इतिहास कायम करेगी।
यह सब आईआईटी मद्रास के विद्यार्थियों के आविष्कार हाईपरलूप शोध की वजह से संभव हो पाएगा। आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर और आविष्कार हाईपरलूप के संकाय सलाहकार प्रोफेसर डा. एसआर चक्रवर्ती के नेतृत्व में यह शोध किया जा रहा है। इस मौके पर हाईपरलूप पोड को दिखाया गया। यह पोड अमेरिका एयरोस्पेस मैन्युफेक्चर एंड स्पेस ट्रांसपोर्टेशन कंपनी स्पेसएक्स द्वारा आयोजित विश्वस्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा लेने जा रही है। इस प्रतियोगिता में विश्वभर से १६०० से ज्यादा टीमें हिस्सा लेने जा रही हैं, जिनमें आईआईटी मद्रास की आविष्कार हाईपरलूप टीम टॉप २१ में है। यह टीम परिवहन के क्षेत्र में ऐसी तकनीक पर काम कर रही है जो भविष्य में परिवहन को सुलभ, सरल बनाने के साथ अल्पकालीन बनाएगी।
इसकी मदद से रक्षा, समभार और एयरोस्पेस उद्योग में काफी सहयोग मिलेगा। इस मौके पर डा. एसआर चक्रवर्ती ने कहा यहां तक पहुंचने में टीम ने काफी संघर्ष किया है। इस प्रयोग के सफल होने से देश ही नहीं बल्कि विश्वभर में पर्यटन के क्षेत्र में क्रांति आएगी। आविष्कार हाईपरलूप टीम में स्टूडेंट हैड सुयश सिंह है, इस टीम में अभिषेक गर्ग, आदित्य रानाडे, अजिंक्य पवार प्रणीत समेत कई अन्य लोग भी हैं।
Published on:
19 Jun 2019 10:49 pm
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