
वीपी सिंह की प्रतिमा का अनावरण, राष्ट्रव्यापी जाति गणना की मांग
चेन्नई.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार को चेन्नई में प्रेसिडेंसी कॉलेज परिसर में स्थापित की गई पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा सामाजिक न्याय के संरक्षकज् को सम्मान देना सत्तारूढ़ द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) का कर्तव्य है। स्टालिन ने केंद्र से विलंबित राष्ट्रीय जनगणना के साथ ही जाति गणना भी कराने की मांग की ताकि आबादी के अनुपात के आधार पर पात्र समुदायों के लिए आरक्षण सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा अगर उत्तर प्रदेश वीपी सिंह का मातृ राज्य था तो तमिलनाडु उनका पितृ राज्य था।
वीपी सिंह का परिवार भी था मौजूद
स्टालिन ने समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर उनके परिजन भी मौजूद थे। अनावरण के बाद स्टालिन, यादव और अन्य लोगों ने सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। जन सभा को संबोधित करते हुए सत्तारूढ़ द्रमुक के अध्यक्ष स्टालिन ने कहा वे कॉलेज परिसर में सामाजिक न्याय के संरक्षक की प्रतिमा स्थापित करना अपना कर्तव्य मानते हैं ताकि सिंह के जीवन और उपलब्धियों से सब लोग सीख सकें। उनका इतिहास विद्यार्थियों को बताया जाना चाहिए। इसलिए हमने कॉलेज में उनकी प्रतिमा लगवाई है। मुख्यमंत्री ने कहा यह प्रतिमा मरीना तट पर द्रमुक के दिवंगत अध्यक्ष एम करुणानिधि के स्मारक के पास स्थित है। उन्होंने समारोह में भाग लेने के लिए सिंह की पत्नी सीता कुमारी, बेटे अजय सिंह और अन्य लोगों की सराहना की।
चुनाव से पहले का स्पष्ट संदेश : अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा प्रतिमा के अनावरण से 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पूरे देश में एक स्पष्ट संदेश गया है। स्टालिन ने अप्रेल में घोषणा की थी कि तमिलनाडु सरकार सिंह की एक प्रतिमा स्थापित करेगी। उन्होंने याद दिलाया कि पूर्व प्रधानमंत्री ने बीपी मंडल आयोग की सिफारिश के आधार पर केंद्र सरकार की नौकरियों में अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण लागू किया था। तमिलनाडु में जाति आधारित आरक्षण 69 फीसदी है।
Published on:
27 Nov 2023 08:40 pm
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