
(Photo Source - Patrika)
MP News: एमपी छतरपुर जिला अस्पताल में देर शाम डॉक्टरों ने 8 वर्षीय बच्ची के गले में फंसा 5 रुपए का सिक्का बिना किसी ऑपरेशन के सुरक्षित बाहर निकाला। मुगवारी की रहने वाली शिवांगी साहू खेलते-खेलते अचानक सिक्का निगल गई थी, जो उसकी आहार नली में फंस गया था। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां सर्जन डॉ. मनोज चौधरी ने महज 2 मिनट में बच्ची की जान किसी बड़ी सर्जरी के बिना बचा ली। परिजन ने बताया, शिवांगी पानी तक नहीं पी पा रही थी। एक्स-रे में सिक्का आहार नली में फंसा मिला।
डॉ. चौधरी ने विशेष तकनीक से रबर ट्यूब को नाक के रास्ते आहार नली तक पहुंचाया और बेहद सावधानी से उसमें हवा भरी। जैसे ही हवा भरने का दबाव बना, सिक्का ऊपर की ओर खिसककर बाहर आ गया। पूरी प्रक्रिया शुरू से अंत तक सिर्फ दो मिनट में पूरी हो गई। सिक्का बाहर निकलते ही परिजन खुशी से रो पड़े।
सर्जन डॉ. मनोज चौधरी ने बताया कि वे पिछले कई वर्षों से इसी तकनीक से बच्चों और वयस्कों के गले में फंसे सिक्के निकालते आ रहे हैं। अब तक वे ऐसे 416 मामले सफलतापूर्वक संभाल चुके हैं। विशेष बात यह है कि वे इस प्रक्रिया के लिए कोई शुल्क नहीं लेते। परंपरा के रूप में वे केवल वह सिक्का अपने पास रख लेते हैं, जिसे मरीज ने निगला था। डॉक्टर ने बताया कि उनके पास सिर्फ छतरपुर ही नहीं, बल्कि पन्ना, सतना, झांसी, महोबा, टीकमगढ़ सहित अन्य राज्यों और दिल्ली से भी मरीज आते हैं। इस तकनीक से बच्चों को बड़े ऑपरेशन और चीरा-टांके के दर्द से बचाया जाता है।
Published on:
09 Dec 2025 12:59 pm
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