अक्टूबर 2022 में पकड़ा गया था 10 बोरी गुटखा
छतरपुर. प्रयोगशाला की रिपोर्ट में पहेली गुटखा के सैंपल फेल और मिक्स ब्रांड पाए जाने पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने गुटखा माफिया के खिलाफ अपर कलक्टर नम: शिवाय अरजरिया के कोर्ट में प्रकरण पेश किया है। दरअसल, भोपाल से जांच रिपोर्ट में सैंपल फेल पाए जाने पर गुटखा माफिया के द्वारा आम लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किए जाने की भी खुलासा हुआ है।
सैंपल की रिपोर्ट से हुआ खुलासा
आरोप है कि कारोबारियों के द्वारा सड़ी गली सुपारी, बुरादा जर्दा समेत अमानक सामारी का प्रयोग कर गुटखा तैयार किया जा रहा था। इतना हो नहीं गुटखा तैयार करने में खतरनाक केमिकल का इस्तेमाल किए जाने की रिपोर्ट से जानकारी सामने आई गई है। नौगांव पुलिस ने वाहन की जांच करवाई करते हुए 5 अक्टूबर 22 को 10 बोरी गुटखा जब्त किया था। जानकारी के अनुसार नौगांव के कारोबारी वीरेन्द्र सिंह गौर के कब्जे से गुटखा को पुलिस ने कब्जे में लिया था। इस मामले में पुलिस ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी से जब्त गुटखा की 6 अक्टूबर 2022 को सैंपलिंग की थी। भोपाल से आई रिपोर्ट में यह मिथ्याछाप पाया गया है। जांच में नौगांव के कारोबारी वीरेन्द्र सिंह गौर के पास गुटखा बनाने के लिए एफएसएसआइ का लाइसेंस भी नहीं पाया गया है।
एडीएम कोर्ट में दर्ज हुआ केस
फूड सेफ्टी ऑफिसर ने बताया कारोबारी के पास गुटखा बनाने का लाइसेंस नहीं पाए जाने पर दो प्रकरण कोर्ट में पेश किए गए हैं। अलीपुरा में पहेली सुपारी की फैक्ट्री दुर्गेश अनुरागी द्वारा संचालित की जा रही थी। फूड सेफ्टी की टीम ने कारोबारी के यहां से 17 अगस्त 2022 को 7 बोरी पहेली सुपारी को जब्त करते हुए सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा था। जांच में पहेली सुपारी के सैंपल अमानक पाए जाने पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने एडीएम कोर्ट में मिथ्याछाप के आरोप में प्रकरण दायर किया है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी वेद प्रकाश चौबे ने बताया कि सुपारी के निर्माता दुर्गेश अनुरागी के पास भी लाइसेंस नहीं मिला है। इतना ही नहीं सुपारी की आड़ में माफिया के द्वारा जर्दा मिक्स गुटखा तैयार किया जा रहा था। इसके चलते कारोबारी के खिलाफ दो प्रकरण न्यायालय में पेश किए हैं।
नौगांव बना अवैध गुटखा का हब
पिछले कुछ समय से अवैध गुटखा बनाने वाले व्यापरियों ने नौगांव नगर सहित आसपास के क्षेत्र को अवैध गुटखा फैक्ट्रियों का हब बना रखा है। ऐसा नहीं है कि इसकी भनक संबंधित अधिकारियों को नहीं हो, इसके बाद भी अधिकारीयों द्वारा इन पर कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिससे नगर सहित क्षेत्र में बेखोफ अवैध गुटखा बनाने और बेचने का कारोबार पनप रहा है। जानकारी के अनुसार विगत कई वर्षों पूर्व लोगों के स्वास्थ को ध्यान में रखते हुए मिक्स गुटखा पर रोक लगाई थी। जिसके बाद से लाइसेंसधारी गुटखा व्यापारियों द्वारा पान मसाला और तम्बाकू अलग-अलग बनाए जाने लगे थे। बिना लाइसेंसधारी अपनी-अपनी मिक्स गुटखा की मशीनें लगाकर तम्बाकू युक्त गुटखा बनाकर व्यापार कर रहे हैं।
नौगांव शहर में यहां संचालित हो रही गुटखा फैक्ट्रियां
नौगांव नगर से ईशानगर रोड, धौर्रा रोड, डिस्लरी रोड, गर्रोली रोड, हल्लू कॉलोनी के पास वीरेंद्र कॉलोनी, परम कॉलोनी सहित अलीपुरा थाना क्षेत्र में अवैध तरीके से मिक्स गुटखा फै क्ट्रियां संचालित हो रही हैं। इन जगहों से यह गुटखा बनने के बाद नगर सहित आसपास के क्षेत्र के दुकानदारों के अलावा उत्तरप्रदेश की सीमाओं के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में निजी वाहनों के माध्यम से सप्लाई किया जाता है।