छतरपुर. लम्बे इंतजार के बाद शहर के वार्डों में सीमेंट कांक्रीट रोड निर्माण शुरु हो गया है और नगर पालिका द्वारा ठेकेदारों के माध्यम से कार्य कराए जा रहे हैं। लेकिन सीसी निर्माण के दौरान मानकों की अनदेखी की जा रही है। जिससे निर्माण होने के कुछ ही दिनों से ये रोड रेत और सीमेंट छोड रहे हैं। इसकी शिकायतों के बाद भी जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।
शहर के विभिन्न वार्डों में लम्बे समय से रहवासी सीसी सड़कों का इंतजार कर रहे हैं, जिसको लेकर पार्षदों की ओर से नगर पालिका में प्रस्ताव पास कराए और इसके बाद टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद कार्य शुरू हो गया है। बीते २-३ माह से विभिन्न वार्डों में सड़कों के निर्माण का कार्य किया गयाहै। लेकिन इस दौरान ठेकेदारों ने मानकों की अनदेखी की गई। निर्माण सामग्री में मानकों की अनदेखी के चलते कुछ ही दिनों में सड़कें रेत व सीमेंट छोडऩे लगी हैं। जिसको लेकर आसपास के रहवासियों ने इसकी जानकारी नगर पालिका के अधिकारियों को दी, पर कार्रवाई नहीं की गई। बीते दिनों शहर के वार्ड क्रमांक ३४, ३५, ३६, ३७, ३८, १, ३ सहित कई अन्य वार्डांे में सीमेंट कांक्रीट रोड निर्माण किए गए हैं। लेकिन सभी रोड में मानकों की अनदेखी की गई और इस दौरान कई स्थानों में रहवासियों ने निर्माण के दौरान शिकायत की गई। पर नगर पालिका अधिकारियों व ठेकेदार द्वारा ध्यान नहीं दिया गया। जिसके फलस्वरूप अभी से सड़क रेत व सीमेंट छोडऩे लगी है।
वार्ड क्रमांक ३८ के रहवासी मदनलाल अनुरागी, गोपी विश्वकर्मा, वार्ड ३७ के रहवासी मिहींलाल अहिरवार, पवन गोतम आदि ने बताया कि कुछ दिनों पहले उनके वार्ड में किए गए सीमेंट कांक्रीट रोड निर्माण में जरूरी मापदंडों को दरकिनार किया गया है। इंजीनियरिंग मैनुअल में इसके माप तय हैं, लेकिन किए रहे निर्माण कार्यों में इनकी खुली अवहेलना की जा रही है, जिसकी वजह से बनने वाली सीसी रोड अभी से मशाला छोडऩे लगे हैं और २-३ माह में ही उखडऩे लगती हैं।
रेत में मिट्टी मिलने से कमजोर होता है मिक्चर
शहर में बनने वाली सीमेंट कांक्रीट सड़क निर्माण के कुछ माह में जर्जर होने के पीछे की स्थानीय नदी, नालों से मिट्टी मिली काले रंग की रेत है, जिसका उपयोग किया जाता है। रेत व गिट्टी का मसाला तय माप अनुसार ग्राइंडर में न डालकर दुगना डाला जाता है जिससे सीमेंट की क्षमता आधी बचती है। शहर में जितने भी सीसी रोड निर्माण किए जा रहे हैं वह माप पुस्तिका के अनुसार निर्धारित मानकों पर नहीं किए जा रहे हैं।
बाइव्रेशन मशीन का नहीं उपयोग
सीमेंट कांक्रीट निर्माण का मसाला सेट करने के लिए लंबाई वाली मानक बाइव्रेशन मशीन की जरूरत होती है, जिसकी लंबाई पूरे मसाले को सेट कर दे, लेकिन इसका इस्तेमाल कहीं भी शहर में नहीं किया जाता है। निर्माण के दौरान अधिकारी के आने पर छोटी बाइव्रेशन मशीन से दिखावा किया जाता है।


