निजी जमीन पर जबरन कब्जा
छतरपुर. सागर रोड स्थित ढड़ारी गांव में एक किसान के खेत पर जबरन कब्जा करके कुछ प्रभावशाली लोगों ने जोत दिया। खेत पर बनी नींव और फाउंडेशन जेसीबी से उखाड़कर नष्ट कर दिया।
अधिकारियों को दी गई शिकायत में पीडि़त किसान मगन रैकवार, गौरीशंकर, पूरन, मुरलीधर रैकवार ने ललौनी निवासी अनूप सिंह ठाकुर और उनके दो बेटों पर जमीन पर कब्जा करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि बताया कि सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ढड़ारी गांव में उनकी कृषि भूमि को गलत ढंग से नत्थू सिंह ठाकुर ने अपने नाम दर्ज करा ली थी। इस मामले की अपील एसडीएम के यहां चल रही है। इसी जमीन से लगे खसरा नंबर ८९१ से ९०२ तक और ९७१ का कुल १.४६५ हेक्टेयर के मालिक मगन, गौरीशंकर, पूरन और मुरलीधर है जो राजस्व रेकॉर्ड में दर्ज है। इसी कृषि भूमि का १/२ हिस्सा बिना किसी बटवारे के डीलमणि सिंह, अमान सिंह, अनूप सिंह, लाखन सिंह आदि ने मगन आदि के चाचा दशईया रैकवार से खरीद लिया था। अनूप सिंह के कहने से आरआइ ने गलत बंटवारा कर दिया था। शिकायत तहसीलदार से की गई थी। उन्होंने आरआइ पटवारी को मौके पर बंटबारा का अमल करने के लिए आदेश दिया था। लेकिन अभी तक नहीं करवाया गया। गुरुवार 1 अगस्त को दूसरे पक्ष के लोगों ने २५-३० अन्य लोगों के साथ उसके खेत पर पहुंचकर अचानक से खेत पर पहुंचकर २५ साल पुरानी नींव उखाड़कर जेसीबी मशीन से पेड़ उखाड़ दिए और खेत जोत गए। जबरन जमीन पर कब्जा कर लिया गया। किसानों ने अपनी जमीन पर से कब्जा हटवाने की मांग अधिकारियों से की है।