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मनचाहे प्रत्याशी को टिकट नहीं मिलने से पदाधिकारी पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में नहीं कर रहे प्रचार व जनसंपर्क

तो कई भीतरघात की कर रहे तैयारी, पार्टी द्वारा निर्धारित किए गए प्रत्याशी की मान मनोबल के बाद भी दूर नहीं हुई नाराजगी, पार्टी के जिलाध्यक्ष कर रहे ऐसे लोगों की लिस्टिंग, चुनाव के बाद गिर सकती है गाज

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मनचाहे प्रत्याशी को टिकट नहीं मिलने से पदाधिकारी पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में नहीं कर रहे प्रचार व जनसंपर्क

मनचाहे प्रत्याशी को टिकट नहीं मिलने से पदाधिकारी पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में नहीं कर रहे प्रचार व जनसंपर्क

छतरपुर. मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल कर दिया है। अब नाम वापसी का दौर चल रहा है। इसके साथ ही सभी पार्टियों का प्रचार-प्रसार और जनसम्पर्क जोरों पर है। लेकिन इसी के बीच नाराज कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को मान मनौव्वल चल रहा है। इसके बाद भी कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी नहीं मान रहे हैं। जिनको लेकर पार्टी के अलाकमान तक जानकारी भेजने के साथ ऐसे लोगों की लिस्ट तैयार की जा रही है।

जिले के सभी ६ विधानसभा क्षेत्र में पार्टियों के टिकिट फाइनल होने के बाद से ही कुछ कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है। इसके साथ ही कुछ ने पार्टी छोडऩे की धमकी दी तो कुछ ने पार्टी के पदों से त्याग पत्र तक दे दिया। इसके साथ बड़ी संख्या में ऐसे कार्यकर्ता व पदाधिकारी व पदाधिकारी हैं, जो अभी भी पार्टी की ओर से मैदान में उतारे गए प्रत्याशियों के पक्ष में नहीं हैं और न तो वह जनसम्पर्क में दिखाई दे रहे हैं और न ही सहयोग करने को तैयार है। ऐसे में पार्टी के लोगों द्वारा उन्हें मनाने की भरपूर कोशिश की जा रही है। इसके बाद भी वह प्रत्याशी का साथ देने को तैयार नहीं हो रहे हैं। पार्टी के जिला व क्षेत्रीय पदाधिकारियों की कोशिशों के बाद भी नहीं मानने वालों की शिकायत आलाकमान से की जा रही है। साथ ही ऐसे लोगों की लिस्ट तैयार की जा रही है। साथ ही प्रदेश की प्रमुख पार्टियों द्वारा चुनाव के बाद कार्रवाई करने की भी तैयारी है।छतरपुर विधानसभा में सबसे अधिक भाजपा में आंतरिक कलह मचा हुआ है, कई पदाधिकारी जनसम्पर्क से दूरी बनाकर अभी भी प्रत्याशी का भरपूर विरोध करने में जुटे हैं। तो कुछ मात्र दिखावे के लिए भीड़ के बीच शामिल होकर फोटो निकलवा रहे हैं। इसी तरह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में भी खासी नाराजगी है और कई प्रमुख कार्यकर्ता व पदाधिकारी चुनावी मैदान से गायब हैं। बिजावर विधानसभा में भी दोनों पार्टियों के बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पदाधिकारी अभी भी नाराज हैं। राजनगर, चंदला, बड़ामलहरा और महाराजपुर में भी दोनों पार्टियों के साथ ही अन्य पार्टियों के लोगों में नाराजगी है और अभी भी मान मनौव्वल का दौर जारी है।