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बिना नियम कायदों के संचालित हो रहे गल्र्स हॉस्टल

देर तक आने पर नहीं रोक सीसीटीवी कैमरे और अन्य सुरक्षा के इंतजाम भी नहीं

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Girls hostels operating without rules and regulations

Girls hostels operating without rules and regulations

छतरपुर. शहर में बीते कुछ वर्ष से गल्र्स हॉस्टलों की भरमार होती जा रही है और जिसको भी मकान के कुछ कमरे खाली है तो वहां पर गल्र्स हॉस्टल को बोर्ड लगाकर दुकानदारी शुरू की जा रही है। लेकिन इसको लेकर न तो नगर निकाय से स्वीकृति ले जा रही है और न ही सुरक्षा के लिए किसी प्रकार के इंतजाम हैं। ऐसे में प्रशासन की ओर से भी कोई कार्रवाई या नोटिस आदि भी नहीं दिया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार छतरपुर शहर के कई स्थानों में बिना स्वीकृति या परमीशन के ही गल्र्स हॉस्टल का संचालन किया जा रहा है। मकान मालिकों की ओर से उसी में अपना निवास बनाए हुए है और उसी में गल्र्स हॉस्टल का संचालत किया जा रहा है। जबकि यह मकान आवास के रूप में नगर निकास में दर्ज हैं न कि व्यवपारिक प्रतिष्ठान में। ऐसे में अवैधरूपसे संचालित होरहे इन गल्र्स हॉस्टल पर न तो पुलिस और प्रशासन की ओर से जांच की जा रही है और न ही सुरक्षा को लेकर ध्यान दिया जा रहा है।
हालात हैं कि नगर पालिका के पास में न्यू कॉलोनी में स्थित एक भवन में होटल व गल्र्स हॉस्टल दोनों संचालित हो रहे हैं। इसी के पास में दो अन्य गल्र्स हॉस्टल में न तो सुरक्षा के लिए गार्ड है और न ही सीसीटीवी कैमरों की नजर है। ऐसे में यहांपर रहने वाली छात्राएं किसी भी समय यहां से आना जानाकर रहीं हैं।
इसी तरह शांति नगर में चौबे कॉलोनी, रामजीनगर, चेतगिरी कॉलोनी, विश्वनाथ कॉलोनी, किशोर सागर तालाब के पास सहित शहर में १८ गल्र्स हॉस्टल संचालित किए जा रहे हैं। इनमें से कुछ में ही सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और बाकी में सुरक्षा के लिए कोई भी इंजताम नहीं हैं।

गल्र्स हॉस्टल के आसपास रहता है युवकों का आना जाना
गल्र्स हॉस्टलों के आसपास कुछ आवारा तबके के युवकों का आना-जाना बना रहता है। जिसको लेकर गल्र्स हॉस्टल संचालकों की ओर से कोई भी विरोध या शिकायत नहीं की जाती है। हालात हैं कि न्यू कॉलोनी में शाम की समय गल्र्स हॉस्टल के आसपास युवकों जमावड़ा रहता है। जिससे बालिकाओं को दिक्कत होती है।

किराया से रहता है मतलब
गल्र्स हॉस्टल संचालकों द्वारा छात्राओं से मात्र किराया से ही मतलब रहता है, समय से किराया मिलने के बाद वह न तो सुरक्षा को लेकर ध्यान देते हैं और न ही उनके आने जाने के लिए कोई नियम आदि पर ध्यान दे रहे हैं। वहीं साल भर का एक साथ किराया होने के बाद रहने वाली छात्राओं को भी मजबूरन यहां पर रहना पड़ता है।
ये है जरूरी
गल्र्स हॉस्टल में भवन का कमर्शियल होना और उसमें फायर सेफ्टी, इलेक्ट्रीसिटी सेफ्टी, सीसीअीवी कैमरे, सुरक्षा गार्ड, नगर निकाय में रजिस्ट्रेशन बेहद जरूरी है।