कचरा घरों की नहीं कराई जा रही सफाई, मुख्यालय में बैठे अधिकारी भी नहीं दे रहे ध्यान
छतरपुर. जिले की ग्राम पंचायतों में स्वच्छता को लेकर घोर लापरवाही बरती जा रही है और इसको लेकर अधिकारी भी संजीदा नहीं हैं। जिससे हालात हैं कि सभी गांवों में दाखिल होने से पहले लोगों को कचरे के ढेर देखने को मिल रहे हैं। यहां पर अधिकारी भी आते हैं तो यहां पर सड़क किनारे कचरे के ढेर होने पर भी उसे नजरअंदाज कर रहे हैं।
शहर और गांवों को साफ स्वच्छ बनाने के लिए शासन स्तर से लाखों रुपए खर्च किए गए हैं। साथ ही समय-समय पर विशेष अभियान चलाकर शहरों और गांवोंं में सफाई कराने के लिए कहा जाता है। लेकिन इसके बाद भी ग्रामीण क्षेत्र के हाल में सुधार नहीं आ रहा है। हालात हैं कि जिले के सभी गांवों में बीते कुछ समय पहले कचरा घर बनवाए गए थे और लोगों से उनमें कचरा डालने के लिए अपील की थी। लेकिन कई स्थानों में कचरे से भरने के बाद वहां से कचरा नहीं उठाया गया है। जिससे लोग आसपास की कचरा फेकक रहे हैं। इसके साथ ही कई ग्राम पंचायत में साफ-सफाई नहीं होने से कई बस्तियों में जगह-जगह गंदगी के अंबार लगे हैं। पंचायत द्वारा साफ-सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिले के नजदीकी पंचायत धमौरा, देवपुर, सौरा, ललौनी, ढड़ारी, देरी, कलापानी, धौरी, परापट्टी, बरा सहित मुख्य मार्गों के गांवों का भी यही हाल है। इन गांवों में कहीं पर कचरे के ढ़ेर लगे हैं तो कहीं पर कचरा घर में रेत डली और कहीं पर लोगों ने कब्जा कर लिया है। जिससे लोग इनमें कचरा नहीं डाल पा रहे हैं।
गांवों में जगह-जगह बिखरे कूड़े स्वच्छता अभियान को मुंह चिढ़ा रहे हैं। बस्ती में सफाई कर्मी नजर ही नहीं आते हैं। सफाई नहीं होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। स्थानीय लोगों का कहना है, कि ग्राम पंचायत सरपंच की अनदेखी के कारण गंदगी का अंबार लगा हुआ है। इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं नाले-नालियां भी जाम होने से गंदा पानी सड़क पर बहता रहता है। देरी गांव के महेश कुशवाहा, गोकुल अहिरवार आदि ग्रामीणों ने सरपंच, सचिव से नियमित साफ-सफाई कराए जाने के लिए कहा है। लेकिन पंचायत द्वारा सफाई नहीं कराई जा रही है।
कचरा घरों में किया कब्जा
महाराजपुर क्षेत्र के गुदांरा पंचायत के अंतर्गत नैगुंवा गांव में मैन रोड पर दोनों ओर बने कचरा घरों में निजी लोगों ने कब्जा किया हुआ है। एक कचरा घर को तार फिनिसिंग लगाकर अंदर कर लिया है और लोगों को कचरा डालने तना किया जा रहा है। जिससे गांव के लोगों सड़क किनारे ही कचरा फैक रहे हैं। वहीं इसी मुख्य सड़क एक और कचरा डालने के लिए पंचायत द्वारा बड़ा कचरा घर बनवासर गया है। जहां पर स्थानीय लोगों रेत भरकर कब्जा कर लिया और लोगों को कचरा डालने को मना किया जाता है। वहीं रेत भरने से यह टूटने लगा है।
अधिकारी नहीं देते ध्यान
जिले और जनपद क्षेत्र के अधिकारियों द्वारा आए दिन गांवों में चौपालें, शिविर, जांच आदि के लिए जाते हैं और गांव के बाहर ही कचरे के ढेरों को देखने के बाद भी नजरअंदाज करते हैं। जिससे पंचायतों द्वारा सफाई को लेकर और लापरवाही बरती जा रही है।