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छतरपुर के ऐतिहासिक किशोर सागर तालाब के मामले में 7 मार्च 2025 को आदेश के लिए तिथि तय

वर्ष 2014 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने किशोर सागर तालाब के मूल रकवा, भराव क्षेत्र और 10 मीटर के ग्रीन जोन से अवैध कब्जों को हटाने का आदेश पारित किया था।

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kishore sagar talab

किशोर तालाब सागर के कैचमेंट एरिया में बसाहट

छतरपुर. जिले के ऐतिहासिक किशोर सागर तालाब पर कब्जों के मामले में अब तक लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद 7 मार्च 2025 को आदेश के लिए तिथि तय कर दी गई है। यह मामला पिछले कई वर्षों से न्यायालय में विचाराधीन था और अब तक इसमें 52 पेशियों की सुनवाई हो चुकी है। वर्ष 2014 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने किशोर सागर तालाब के मूल रकवा, भराव क्षेत्र और 10 मीटर के ग्रीन जोन से अवैध कब्जों को हटाने का आदेश पारित किया था। हालांकि, प्रशासन की मिलीभगत से इन कब्जों को हटाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए और इसके स्थान पर वहां निर्माण कार्य होते रहे। अब इस मामले में आगे की प्रक्रिया पर फैसले की घड़ी आ गई है और 7 मार्च 2025 को अदालत आदेश पारित करेगी।

एनजीटी का आदेश और प्रशासन की लापरवाही


किशोर सागर तालाब के संरक्षण के लिए एनजीटी द्वारा 2014 में पारित आदेश में यह स्पष्ट किया गया था कि तालाब के क्षेत्रफल को संरक्षित किया जाए और वहां से सभी अवैध कब्जे हटाए जाएं। इसके तहत 10 मीटर के ग्रीन जोन से भी कब्जे हटाने का आदेश दिया गया था। लेकिन इस आदेश के बावजूद प्रशासनिक स्तर पर अवैध निर्माण कार्य चलते रहे और कब्जे जस के तस बने रहे। इस कारण तालाब के जल स्तर में भी कमी आने लगी और पर्यावरणीय संकट पैदा होने लगा।

वर्ष 2021 में पुन: याचिका दायर की गई


जब यह देखा गया कि एनजीटी के आदेश के बावजूद तालाब से कब्जे नहीं हटाए गए, तो वर्ष 2021 में पुन: एक याचिका दायर की गई। इस याचिका पर गौर करते हुए एनजीटी ने फिर से छतरपुर जिला जज को आदेश दिया कि वह तालाब से कब्जे हटाने के लिए कार्रवाई करें। इसके बाद यह मामला द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश हिमांशु शर्मा की अदालत में स्थानांतरित हो गया।

अब 7 मार्च 2025 को होगा फैसला


24 फरवरी 2025 को इस मामले में अदालत ने सभी पक्षों से तर्क सुनने के बाद आदेश के लिए 7 मार्च 2025 की तिथि तय की है। अब इस मामले के फैसले के बाद उम्मीद की जा रही है कि किशोर सागर तालाब से अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जिस पर सैकड़ों लोग अवैध रूप से कब्जा किए हुए हैं।

किशोर सागर तालाब का ऐतिहासिक महत्व


किशोर सागर तालाब छतरपुर जिले का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है। यह तालाब न केवल छतरपुर जिले की जलवायु और पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण भी यह स्थानीय निवासियों के लिए अत्यंत श्रद्धेय स्थल है। वर्षों से यह तालाब पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, लेकिन कब्जे और अवैध निर्माण कार्यों ने इसकी हालत बिगाड़ दी है।