जिले में हो रही एटीएम मशीन से छेड़छाड़ की घटनाओं के बाद भी बैंक प्रबंधन एटीएम की सुरक्षा को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे है। एटीएम की सुरक्षा के लिए पुलिस व प्रशासन के उच्चाधिकारियों की ओर से भी बैंक प्रबंधन को अपने समस्त एटीएम पर अनिवार्य रूप से सुरक्षा गार्ड रखने, एटीएम कक्ष के अंदर व बाहर उच्च गुणवत्ता के सीसीटीवी कैमरे लगवाने सहित सुरक्षा के अन्य प्रबंध करने के लिए भी निर्देशित किया हुआ है। बावजूद इन सब के एटीएम की सुरक्षा को लेकर बैंक प्रबंधन लापरवाही बरत रहा हैं। जिले में करीब एक माह पहले गुलगंज में एटीएम बूथ लूटने की कोशिश का मामला सामने आया था। इसी तरह करीब आधा दर्जन से अधिक घटनाएं जिले में ही घट चुकीं हैं।
गंभीर नहीं हैं जिम्मेदार एटीएम के संचालन और मेंटिनेंस के लिए एजेंसियों का चयन सीधे बैंकों के मुख्यालय से होता है। इसलिए एटीएम पर तैनात सुरक्षा गार्डों का सत्यापन होता है कि नहीं, वह ड्यूटी पर रहते हैं कि नहीं, इसको लेकर स्थानीय अधिकारी बहुत गंभीर नहीं होते। कुछ अफसर कहते हैं कि एटीएम में सीसीटीवी कैमरे, पैनिक बटन लगे होते हैं। इससे उसमें छेड़छाड़ होने पर सीधे मुख्यालय से अलर्ट का मैसेज आ जाता है, लेकिन ये बटन खराब रहते हैं।
यहां मौजूद हैं एटीएम बूथ शहर के छत्रसाल चौक, बस स्टेंड, चौक बाजार, जवाहर रोड, पन्ना रोड, देरी रोड व तिराहा, सागर रोड, सटई रोड सहित शहर में करीब ६८ से अधिक एटीएम लगे हुए हैं। जहां पर ९० प्रतिशत एटीएमों में कोई भी सुरक्षा गार्ड नहीं हैं।