- आठवीं पास के 16 पदों के लिए 400 स्नातकोत्तर व 800 स्नातक डिग्री धारी
एमफिल व नेट पास उम्मीदवार भी चपरासी बनने के लिए कतार में खड़े हैं। महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में 16 पदों पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती की जा रही है। 8 मई तक आवेदकों से फॉर्म जमा कराए गए हैं। इन पदों पर भर्ती होने के लिए 1797 लोगों ने आवेदन जमा किए हैं। 8वीं पास होने की पात्रता वाली इस नौकरी के लिए 800 गे्रजुएट, 400 पीजी अभ्यर्थियों सहित एमफिल और नेट क्वालीफाइड अभ्यर्थियों ने भी आवेदन जमा किए हैं।
4 जून को लिखित परीक्षा
कुलसचिव डॉ. एसडी चतुर्वेदी ने बताया कि चतुर्थ श्रेणी के इन पदों के लिए 4 जून को लिखित परीक्षा कराई जाएगी। 7 सदस्यीय समिति इन परीक्षाओं को निष्पक्षता के साथ सम्पन्न कराने के लिए गठित की गई है।
हाईकोर्ट तक गया भर्ती का मामला
इस भर्ती को लेकर शहर के एक युवा ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई है। इस पर सुनवाई करते हुए हुए जस्टिस संजय द्विवेदी ने मप्र शासन, उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव, विवि के कुलपति और प्रभारी कुलसचिव को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब प्रस्तुत करने का आदेश दिया है। साथ ही कहा है कि भर्ती इस याचिका के फैसले के अधीन रहेगी।
14 हजार विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए 90 प्रोफेसर
महाराजा छत्रसाल बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में अब विद्यार्थियेां की संख्या 14 हजार पहुंच चुकी है। इन विद्यार्थियों के बैठने एवं पढ़ाने के लिए यहां पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं है। विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए भी महाराजा कॉलेज के पास सिर्फ 75 नियमित प्रोफेसर, 10 अतिथि विद्वान एवं 5 जनभागीदारी समिति द्वारा लिए गए अतिथि विद्वान मौजूद हैं। कहने के लिए यहां अब 21 अध्ययन शालाएं संचालित हो रही हैं और 18 शोध कार्य भी प्रारंभ हो गए हैं लेकिन ज्यादातर काम सीमित संसाधनों के दम पर किया जा रहा है। जबकि 6 जिलों के 172 कॉलेज एफिलेटेड हैं।