वसूली की शिकायतों पर हटाया बैरियर, लेकिन वसूली अब भी जारीपरिवहन चेक पोस्टो से गुजर रहे बिना परमिट के माल वाहक़
छतरपुर. जिले में उत्तरप्रदेश की सीमा पर तीन आरटीओ चेकपोस्ट बनाई गई है। बांसपहाड़ी, पहाड़ी बंधा और कैमाहा चैकपोस्ट पर प्राइवेट कर्मचारी और आरटीओ लिखी प्राइवेट गाडिय़ां खड़ी रहती है। जो वहां से गुजरने वाले मालवाहकों से वसूली कर रहे हैं। वसूली का नेटवर्क इतना तगड़ा है कि बिना परमिट के मालवाहक भी सुविधा शुल्क देकर मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश में बेधडक़ आते जाते और जीएसटी की चोरी कर रहे हैं।
बासपहाड़ी में अब भी जारी है वसूली
लवकुशनगर - महोबा मार्ग के बांस पहाड़ी गांव के निकट आरटीओ विभाग द्वारा बनाएं गए चेक पोस्ट में अवैध वसूली जारी है। जिससे वाहन चालक परेशान है। वाहन चालक इदरीश खान ने बताया कि उक्त चेक पोस्ट में तीन प्राइवेट व्यक्ति वसूली का जिम्मा लिए हुए जो, ट्रक चालकों से झगड़ते भी है। वसूली की लगातार शिकायते होने पर विभाग ने कुछ दिन पूर्व लगाया गया बैरियर तो हटा लिया लेकिन वसूली नही रोकी गई।
ट्रक चालको से दो प्रकार की होती है वसूली
पहाड़ी बंधा चेक पोस्ट से समृद्ध बांस पहाड़ी बैरियर में इलाके के पुरा, दिदवारा व झिन्ना गांव में संचालित क्रेशरों में यूपी के कानपुर , कन्नौज, लखनऊ सहित विभिन्न स्थानों से गिट्टी भरने आने वाले ट्रको से महीने की एंट्री फीस जमा कराई जाती है। ट्रक चालक अशोक रैकवार ने बताया की ऑल इंडिया परमिट ट्रक से ढाई हजार जमा कराए जाते है जबकि अन्य ट्रको से साढ़े चार हजार रुपए जमा कराए जाते है। एक महीने में इन ट्रको की संख्या करीब 250 से अधिक पहुच जाती है। जो ट्रक चालक इंट्री देने से मना करते है उन पर कार्रवाई की जाती है।
आपे सहित अन्य वाहनों से भी अवैध वसूली
आरटीओ विभाग के कर्मचारियों की मौजूदगी में प्राइवेट लोग बैरियर से निकलने वाले आपे पिकअप सहित छोटा हाथी से भी एक हजार रुपए महीने की वसूली करते है। महोबा से हर रोज लवकुशनगर सब्जी लेकर आने वाले वाहनों से मुफ्त में सब्जी भी बैरियर में ली जाती है। इसके अलावा महोबा मंड़ी जा रहे मवेशियों के वाहनों से भी वसूली की जा रही है।
पहाड़ीबंधा व कैमाहा में भी यही हाल
बासपहाड़ी की तरह ही जिले के कैमाहा और पहाड़ीबंधा चेकपोस्ट पर अवैध वसूली हो रही है। यहां भी प्राइवेट कर्मचारी लगाए गए है, जो आरटीओ के नाम पर वाहन चालकों से वसूली कर रहे हैं। बड़ागांव के पास बने पहाड़ी बंधा इंट्रीग्रेटेड चेक पोस्ट पर तो आरटीओ के नाम की प्लेट लगाकर दो गाडिय़ां व प्राइवेट कर्मचारी 24 घंटे तैनात रहते हैं। झांसी खजुराहो फोरलेन से आने और जाने वाले वाहनों से वसूली के लिए अलग-अलग गाडिय़ां व स्टाफ तैनात है। इसी तरह कैमाहा में भी छतरपुर से यूपी जाने वाले मालवाहकों, मवेशी वाहनों और बिना परमिट के वाहनों से वसूली की जा रही है।
इनका कहना है
चैक पोस्ट पर प्राइवेट कर्मचारियों के मामले में में चेकपोस्ट प्रभारियों से बात करता हूं। कुछ भी गलत पाया गया तो कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।
विक्रमजीत सिंह कंग, आरटीओ