संकीर्ण रास्ते होने व पानी की निकासी न होना बन रही समस्या
छतरपुर. शहर में प्रशासन की अनदेखी के चलते प्लानिंग के तहत विकास नहीं किया जा रहा है। जिससे कॉलोनाईजर कहीं पर भी मनमाने स्थान पर कॉलोनी व बाजार बना रहे हैं। ऐसे में टाउन एंड कंट्री के नियमों की अनदेखी हो रही है और यहां से पास कराने के बाद भी अपनी मनमानी की जा रही है। हालात हैं कि पुराने बाजार और शहर में रास्ते बेहद संकीर्ण हैं और यहां पर न तो पानी की सही निकासी हैंं और न ही ऐसे कॉलोनियों में इमरजेंसी सेवाएं जा पातीं हैंं।
छतरपुर शहर में हर दूसरे दिन एक नई कॉलोनी बनने के लिए प्लानिंग तैयार की जा रही और उस पर कार्य किए जा रहे हैं। यहां पर अपने मन का नक्शा बनाकर ग्राहक को दिखाया जाता है और फिर सपने दिखा कर बेच दिया जाता है। लेकिन इस दौरान कॉलोनी तैयार करने वालों की ओर से न तो टाउन एंड कंट्री से नक्शा स्वीकृत कराया और न ही टाउन एंड कंट्री के नियमों को ख्याल रखा गया है। जिससे मनमाने तौर से कॉलोनी बनने से लोगों को शुरूआत में दी जाने वाली २० व ३० फीट की सड़क मकान बनने के बाद २० से १५ ही रह जाती है। लोग अपने घरों के आगे लम्बा रेंप, छज्जा आदि निकालकर रास्ते में आधा कर रहे हैं। इसको लेकर न तो कॉलोनी मालिक कुछ बोलते हैं और न ही नगर पालिका व टाउन एंड कंट्री विभाग की ओर से इस पर एतराज जताया जाता है।
कई कॉलोनी में टाउन एंड कंट्री से ३०-३५ फीट का रास्ता होने का नक्शा पास कराया है और सही रूप में उससे काफी कम रास्ता दिया। इसके साथ ही मनमाने तौर से प्लॉट के साइज भी तय किए जा रहे हैं। जिससे शहर में विस्तार होने के साथ सुंदरता नहीं आ पा रही है।
नक्शा व रजिस्ट्री में ३०, लेकिन सही में मिल रही २० फीट की रास्ता
शहर के दर्जनों की संख्या में कॉलोनी ऐसी हैं जहां पर नक्शा व रजिस्ट्री में ३० फीट का रास्ता दिखा जाता है। लेकिन मकान निर्माण के दौरान मात्र २० फीट की रास्ता मिल रही है। इसको लेकर तहसीलदार, एसडीएम, कलक्टर को शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।
संकीर्ण रास्तों से परेशान रहवासी
शहर के पुराने इलाके परिवारी मोहल्ला, हटवारा, कुंजरेहटी सहित पुराने शहर में ८-१० फीट अधिकतम सड़क दी गई है। जिससे यहां के लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।